छत्तीसगढ़ CM विष्णु देव साय का जापान-दक्षिण कोरिया दौरा शुरू, निवेश आकर्षित करने की तैयारी

रायपुर, 21 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गुरुवार को 10 दिवसीय विदेश दौरे पर रवाना हुए। यह उनका मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला विदेशी दौरा है, जिसका मकसद राज्य में निवेश आकर्षित करना और नए औद्योगिक अवसरों के द्वार खोलना है।

साय सबसे पहले जापान के ओसाका वर्ल्ड एक्सपो 2025 में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वे दक्षिण कोरिया में भी कई निवेशकों से मुलाकात करेंगे। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा—
“जापान और दक्षिण कोरिया इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में अग्रणी हैं। छत्तीसगढ़ में इन क्षेत्रों में अपार संभावनाएँ हैं। हम अपनी नई औद्योगिक नीति लेकर वहाँ जा रहे हैं और निवेशकों को आमंत्रित करेंगे।”

निवेश प्रस्तावों की बाढ़

पिछले साल नवंबर में नई औद्योगिक नीति लागू होने के बाद से राज्य को अब तक 6.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। कई परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है और शेष पर शीघ्र ही क्रियान्वयन होगा।

साय ने कहा कि यह दौरा छत्तीसगढ़ के उद्योग, व्यापार और रोजगार के नए अवसरों को दुनिया के सामने लाने का अवसर बनेगा।

विश्व प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की झलक

ओसाका के यूमेशिमा द्वीप पर चल रहे विश्व एक्सपो में 160 से अधिक देश और 9 अंतरराष्ट्रीय संगठन भाग ले रहे हैं। “पीपुल्स लिविंग लैब” की थीम पर आधारित यह आयोजन नवाचार और सतत विकास पर केंद्रित है।

भारत यहाँ सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, संस्कृति और रेल क्षेत्र में अपनी उपलब्धियाँ प्रदर्शित कर रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ ने अपनी ‘डोकरा कला’ को ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) पहल के तहत प्रदर्शित कर सबका दिल जीत लिया है।

अब मुख्यमंत्री साय की अगुवाई में राज्य का अलग विशेष स्टॉल लगाया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर, तकनीकी प्रगति और औद्योगिक अवसरों की झलक दिखेगी।

जनसमर्थन और उम्मीदें

रायपुर एयरपोर्ट से रवाना होने से पहले साय को उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने शुभकामनाएँ दीं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा—
“नई औद्योगिक नीति के साथ छत्तीसगढ़ तीव्र गति से निवेश और औद्योगिक विकास का केंद्र बन रहा है। मुझे विश्वास है कि आप सबके आशीर्वाद से यह दौरा राज्य के लिए निवेश और रोजगार के नए अवसर लाएगा।”

साय 31 अगस्त को लौटेंगे। राज्यवासियों को उम्मीद है कि यह यात्रा छत्तीसगढ़ के लिए विकास और निवेश का नया अध्याय लिखेगी।