मुंबई/नांदेड़, 19 अगस्त 2025।
लगातार दूसरे दिन हुई मूसलाधार बारिश ने मुंबई और महाराष्ट्र के कई हिस्सों की रफ्तार थाम दी। मंगलवार को हुई रिकॉर्ड वर्षा ने न केवल सड़कों को दरिया बना दिया, बल्कि मोनोरेल सेवाओं को भी ठप कर दिया। दो अलग-अलग घटनाओं में 600 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।
पहली घटना में मायसुर कॉलोनी और भक्ति पार्क स्टेशन के बीच मोनोरेल अचानक रुक गई। करीब 442 यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं दूसरी घटना में अचार्य अत्रे और वडाला स्टेशन के बीच फंसी मोनोरेल से 200 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
उधर, महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में बादल फटने जैसी स्थिति ने तबाही मचा दी। अचानक आई बाढ़ में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
मुंबई में मिटी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह निकली, जिसके चलते 350 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। शहर में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 5 टीमें तैनात रहीं।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बारिश की स्थिति की समीक्षा करते हुए बताया कि जलभराव से निपटने के लिए 525 पंप लगातार चालू रहे। उन्होंने कहा –
“मुंबई में 24 घंटे में करीब 350 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जबकि सिर्फ 6 घंटे में 200 मिमी बारिश हुई। यह हालात लगभग बादल फटने जैसी थी।”
बारिश ने मुंबई के जनजीवन को गहरा प्रभावित किया है। रेलवे ट्रैक और सड़कों पर जलभराव ने यातायात व्यवस्था चरमराई, तो दूसरी ओर लोग घंटों तक फंसे रहे।
