शिक्षा और स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव: अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के साथ सरकार का एमओयू, गरीबों को मिलेगा मुफ़्त इलाज और बालिकाओं को छात्रवृत्ति

रायपुर, 19 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए आज एक ऐतिहासिक पहल हुई। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मंत्रालय महानदी भवन में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के पदाधिकारियों और विभागीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया। इस दौरान राज्य सरकार और फाउंडेशन के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा – “जब समाज और निजी क्षेत्र मिलकर काम करते हैं तो बदलाव की गति कई गुना बढ़ जाती है। यह साझेदारी छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन को बेहतर बनाएगी।”

निःशुल्क सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल

बैठक में फाउंडेशन ने जानकारी दी कि अंबिकापुर में 200-300 बिस्तरों का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और धरमजयगढ़ में 100 बिस्तरों का सर्वसुविधायुक्त अस्पताल बनाया जाएगा। इन अस्पतालों में 80% मरीजों को पूरी तरह मुफ़्त इलाज मिलेगा, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सीधा लाभ होगा।

बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति

फाउंडेशन ने घोषणा की कि राज्य के शासकीय विद्यालयों की 20,000 बालिकाओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके तहत हर छात्रा को उच्च शिक्षा के लिए ट्यूशन फीस और अन्य खर्चों के लिए प्रति वर्ष 30,000 रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे बेटियों के सपनों को उड़ान मिलेगी और समाज में शिक्षा का प्रकाश फैलेगा।

छोटे बच्चों के लिए क्रेच और पोषण

फाउंडेशन द्वारा वर्तमान में प्रदेश में 400 क्रेच (शिशुगृह) संचालित किए जा रहे हैं, जहाँ 6 महीने से 3 साल तक के बच्चों को सुरक्षित वातावरण और दिन में तीन बार भोजन उपलब्ध कराया जाता है। आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़ाकर 2500 से 3000 क्रेच तक करने की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल बच्चों को न सिर्फ़ शिक्षा की नींव देगी बल्कि उन्हें पोषण और सुरक्षित वातावरण भी प्रदान करेगी।

आजीविका विकास और ग्रामीण सशक्तिकरण

बैठक में यह भी बताया गया कि धरमजयगढ़ के 42 गाँवों में बागवानी, कृषि और पशुपालन के माध्यम से ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। आने वाले वर्षों में इस कार्य को अन्य जिलों तक विस्तार दिया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को रोज़गार और बेहतर जीवनयापन के अवसर मिलेंगे।

शिक्षा और शिक्षक प्रशिक्षण

फाउंडेशन प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब शिक्षक सशक्त होंगे तभी बच्चे भविष्य में मज़बूत बनेंगे।

मानवीय स्पर्श

बैठक में मौजूद पदाधिकारियों ने कहा कि यह साझेदारी केवल योजनाओं का दस्तावेज़ नहीं है बल्कि लाखों परिवारों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाने का प्रयास है। स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, बेटियों के सपनों को उड़ान और ग्रामीणों को रोज़गार – यही इस पहल की असली सफलता होगी।

बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारीक सिंह, स्वास्थ्य सचिव श्री अमित कटारिया, उच्च शिक्षा सचिव डॉ. एस भारतीदासन, महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी, फाउंडेशन के सीईओ श्री अनुराग बेहार, स्टेट हेड श्री सुनील सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।