दुर्ग, 18 अगस्त 2025।
भिलाईवासियों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के लिए 241 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से 112 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन कर शहर को नई पहचान दी।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर भिलाई नगर निगम के लिए 20 करोड़ रुपये से नए कार्यालय भवन निर्माण की घोषणा भी की। इससे शहर की प्रशासनिक कार्यप्रणाली और मजबूत होगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया कि “मोदी की गारंटी” को छत्तीसगढ़ सरकार पूरी निष्ठा से लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि बीते 20 महीनों में अधिकांश वादों को पूरा किया गया है। किसानों को धान पर 3100 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान, महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत हर माह 1000 रुपये, और भूमिहीन मजदूरों को सालाना 10 हजार रुपये जैसी योजनाएं जन-जन तक पहुंच रही हैं।
सीएम साय ने बताया कि अब तक 22 हजार से अधिक श्रद्धालु ‘रामलला दर्शन योजना’ के तहत अयोध्या यात्रा कर चुके हैं। वहीं, गांव-गांव को डिजिटल बनाने के लिए 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र चालू हो चुके हैं और जल्द ही यह योजना पूरे प्रदेश की सभी पंचायतों तक पहुंचेगी।
भिलाई के विकास की रूपरेखा पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा—
“शहर को स्वच्छ, आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। कोई भी क्षेत्र विकास से अछूता नहीं रहेगा।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि सरकार का खजाना जनता की सेवा और शहरों के सुनियोजित विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले 18 महीनों में अकेले भिलाई नगर निगम को 470 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
इस अवसर पर लाभार्थियों को योजना प्रमाणपत्र और सामग्री वितरित की गई। मंच पर विधायक रिकेश सेन, महापौर नीरज पाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पांडेय, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, विधायक ललित चंद्राकर सहित वरिष्ठ अधिकारी और हजारों नागरिक मौजूद रहे।
भिलाई के नागरिकों के चेहरों पर उम्मीद और उत्साह साफ झलक रहा था। लोगों का मानना है कि यह सौगात न सिर्फ शहर की सूरत बदलेगी बल्कि रोजगार और विकास की नई संभावनाएं भी लेकर आएगी।
