राजस्थान में ड्रम से मिला युवक का शव, पत्नी और तीन बच्चे लापता; मेरठ कांड की यादें ताज़ा

अलवर/खैरथल-तिजारा, 18 अगस्त 2025।
कभी घर का आँगन बच्चों की खिलखिलाहट से गूंजता था, तो कभी थकान के बाद पति-पत्नी की छोटी-छोटी बातों में जिंदगी की दौड़ सांस लेती थी। लेकिन रविवार की सुबह राजस्थान के खैरथल-तिजारा ज़िले की आदर्श कॉलोनी ने वह मंजर देखा जिसने पूरे मोहल्ले की रूह कँपा दी।

एक नीले ड्रम से उठती बदबू, पुलिस का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसना और फिर उस ड्रम से निकला गला कटा शव — सब कुछ मानो किसी डरावनी कहानी जैसा। शव था हंसराम उर्फ सूरज का, जो उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से रोज़ी-रोटी की तलाश में यहां आया था।

जब रिश्ते बन गए मौत का सबब

करीब डेढ़ महीने पहले ही हंसराम अपने सपनों के साथ पत्नी और तीन बच्चों को लेकर किशनगढ़बास में किराए पर रहने आया था। रोज़ ईंट भट्ठे पर काम करना, बच्चों की पढ़ाई और परिवार की छोटी जरूरतें पूरी करना — यही उसकी दुनिया थी। लेकिन अब उसकी वही दुनिया एक नीले ड्रम में क़ैद हो गई।

सबसे दर्दनाक पहलू ये है कि उसकी पत्नी और तीन बच्चे शनिवार से ही लापता हैं। मकान मालकिन मिथलेश का बेटा जितेंद्र भी गायब है। सवाल उठता है — क्या इस रिश्तों की गुत्थी ही हंसराम की मौत का कारण बनी?

नमक से ढका गया सच

पुलिस ने बताया कि ड्रम में शव डालने के बाद उस पर नमक छिड़क कर जल्द सड़ाने की कोशिश की गई थी। ये कोशिशें इस बात की गवाही देती हैं कि हत्या करने वाले कितनी बारीकी से सबूत मिटाने की साजिश रच रहे थे।

मेरठ कांड की यादें ताज़ा

इस वारदात ने उसी साल मार्च में हुए मेरठ ड्रम मर्डर केस की यादें ताज़ा कर दीं, जब पत्नी और प्रेमी ने मिलकर पति की हत्या कर शव को टुकड़े-टुकड़े कर ड्रम में भर दिया था। सवाल ये है कि क्या खैरथल-तिजारा का ये मामला भी रिश्तों की उसी अंधेरी सुरंग से जुड़ा है?

मोहल्ले में सन्नाटा

आदर्श कॉलोनी के लोग अब तक सहमे हुए हैं। एक पड़ोसी ने कहा – “कभी सोचा भी नहीं था कि हमारे सामने वाले घर में ऐसी खौफनाक वारदात घटेगी। बच्चे तो खेलते हुए अक्सर बाहर दिखते थे।”

जांच की दिशा

पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर सबूत इकट्ठा किए हैं। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है। पुलिस अब हंसराम की पत्नी, बच्चों और मकान मालिक के बेटे की तलाश में जुटी है।