बालोद, 18 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां सीएएफ (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) की एक महिला सिपाही ने बीजापुर में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर दिलीप उईके पर शादी का झांसा देकर लंबे समय तक शारीरिक शोषण करने, जबरन गर्भपात कराने और आर्थिक रूप से शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है।
महिला सिपाही का कहना है कि उनका रिश्ता 2017 से चला आ रहा था। इस दौरान वह कई बार गर्भवती हुईं, लेकिन आरोपी ने शादी टालने के बहाने उन्हें जबरदस्ती गर्भपात कराने पर मजबूर किया। पीड़िता ने यह भी बताया कि नौकरी लगने के बाद उसने आरोपी की पढ़ाई और खर्चों के लिए हर महीने 5 हजार रुपए की आर्थिक मदद भी की।
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि सीजीपीएससी परीक्षा पास करने के बाद दिलीप उईके डिप्टी कलेक्टर बने और बीजापुर में पोस्टिंग मिली। इसके बाद भी उन्होंने शादी का वादा निभाने के बजाय रिश्ते से पल्ला झाड़ लिया। मई 2025 में तीसरी बार गर्भवती होने पर भी आरोपी ने जबरदस्ती गर्भपात कराया।
महिला ने आरोप लगाया कि 2 जून 2025 को आरोपी ने उसे घर छोड़ते हुए साफ कहा कि वह शादी नहीं करेगा और आगे कॉल रिसीव करना भी बंद कर दिया।
सीएसपी चित्रा वर्मा ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर डौंडी थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मामले में डिप्टी कलेक्टर का पक्ष सामने आने के बाद जांच और स्पष्ट होगी।
