जीएसटी सुधार की उम्मीद से उछले कंज्यूमर ड्यूरेबल शेयर, एयर कंडीशनर-टीवी हो सकते हैं सस्ते

मुंबई, 18 अगस्त 2025।
सोमवार को शेयर बाजार में कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई। वोल्टास लिमिटेड, ब्लू स्टार लिमिटेड, पीजी इलेक्ट्रोप्लास्ट लिमिटेड और एंबर एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों में 10% तक की छलांग लगी। वहीं डिक्सन टेक्नोलॉजीज और मेट्रो ब्रांड्स जैसे शेयरों में 5% तक की बढ़त दर्ज की गई।

इस तेजी के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वतंत्रता दिवस पर की गई घोषणा मानी जा रही है। पीएम मोदी ने कहा था कि दिवाली से पहले देश में नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी सुधार लागू किए जाएंगे, ताकि आम जनता और एमएसएमई पर टैक्स का बोझ कम हो सके।

फिलहाल, एयर कंडीशनर और 32 इंच से बड़े टीवी पर 28% जीएसटी लगता है, जबकि स्मार्टफोन, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव और छोटे टीवी जैसे सामानों पर 18% टैक्स है। सरकार अगर टैक्स घटाने का प्रस्ताव लाती है तो इन उत्पादों की कीमतों में सीधी राहत मिलेगी।

विशेषज्ञों की राय
मार्केट विशेषज्ञ सुगंधा सचदेवा, फाउंडर एसएस वेल्थस्ट्रीट ने कहा, “पीएम की घोषणा बाजार के लिए बड़ा सकारात्मक कदम है। इससे उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा, कंपनियों की कमाई सुधरेगी और निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा।”

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का अनुमान है कि जीएसटी दरों में कटौती से लगभग ₹2.4 लाख करोड़ का प्रोत्साहन मिलेगा, जिसका सबसे बड़ा फायदा ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर को होगा।

वहीं, हायर अप्लायंसेज का कहना है कि यदि टैक्स कम होते हैं तो एसी और टीवी की मांग में ज़बरदस्त बढ़ोतरी होगी। खासकर इसलिए क्योंकि अगले साल ऊर्जा रेटिंग बदलने से एसी की कीमतें बढ़ने वाली हैं।

ब्लू स्टार ने भी माना कि एयर कंडीशनर की बिक्री को सीधा फायदा होगा, भले ही यह कई अन्य कैटेगरी से प्रतिस्पर्धा करता हो।

इसी बीच, एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज की सीनियर एनालिस्ट सीमा श्रीवास्तव ने बताया कि 9 सितंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में बड़ा फैसला संभव है। सरकार 12% और 28% के स्लैब खत्म कर केवल 5% और 18% टैक्स स्लैब रखने की योजना बना रही है, जबकि गुटखा और तंबाकू जैसी चीजों पर नया 40% ‘सिन टैक्स’ लगाया जा सकता है। इससे रोज़मर्रा की चीजें जैसे टूथपेस्ट, साबुन, शैम्पू और सफेद सामान (व्हाइट गुड्स) भी सस्ते हो सकते हैं।

आम जनता से लेकर निवेशक तक अब उम्मीद लगाए बैठे हैं कि आने वाले हफ्तों में टैक्स सुधारों से उनके खर्च और बचत दोनों पर सकारात्मक असर दिखेगा।