दुर्ग, 17 अगस्त 2025।
गवलीपारा निवासी श्रीमती जतन बाई चौरड़िया (76 वर्ष), माता श्री गौतम जैन एवं मनीष जैन (संचालक – भोमियाजी मोबाइल एवं नमन फूड प्रोडक्ट्स) का निधन हो गया। अपने जीवन के अंतिम क्षण में भी उन्होंने इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की जो हमेशा याद रखी जाएगी।
परिवार की सहमति से उनके नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की गई, जिससे दो लोगों को नई रोशनी मिलने जा रही है। इस अवसर पर जैन परिवार के सदस्य गौतम जैन, मनीष जैन, शोभा जैन, मेधा जैन, मधु जैन, पुष्पा नाहटा, मनीषा, ममता, संगीता, सिद्धार्थ, विशाल, मनन ने नेत्रदान की सहमति देकर समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाया।
भारी बारिश और मध्य रात्रि के बावजूद नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों राज आढ़तिया, कुलवंत भाटिया, रितेश जैन, राजेश पारख और प्रभुदयाल उजाला मौके पर पहुंचे और नेत्रदान की प्रक्रिया में सहयोग किया। श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर संदीप बाचकर एवं नेत्र बैंक प्रभारी विवेक कसार ने कॉर्निया कलेक्ट किए।
गौतम जैन ने भावुक स्वर में कहा, “माँ जब तक रही लोगों की मदद करती रही और जाते-जाते भी दो लोगों के जीवन में उजाला कर गई। अब माँ की आँखों से हमेशा के लिए अमर रोशनी जलती रहेगी।”
मनीष जैन ने कहा, “हमारा परिवार हमेशा से धार्मिक और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहा है और आगे भी समाजहित में योगदान देता रहेगा। आज माताजी का नेत्रदान कर हमने समाज को एक संदेश दिया है।”
राजेश पारख ने इसे समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता का प्रतीक बताया। वहीं, नवदृष्टि फाउंडेशन के पियूष मालवीय ने कहा कि संस्था लगातार नेत्रदान, देहदान और रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है और भविष्य में भी समाजहित के लिए उपलब्ध रहेगी।
इस अवसर पर संस्था के अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया, प्रवीण तिवारी, मुकेश आढ़तिया, मंगल अग्रवाल, हरमन दुलई, जितेंद्र हासवानी, किरण भंडारी, उज्जवल पींचा, सत्येंद्र राजपूत, सुरेश जैन, दीपक बंसल, विकास जायसवाल, यतीन्द्र चावड़ा, अभिजीत पारख, चेतन जैन, राकेश जैन सहित अनेक सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर जैन परिवार को साधुवाद दिया।
