रायगढ़, 17 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर के वार्ड नंबर 34 संत विनोबा नगर में वर्षों से संचालित आंगनबाड़ी भवन पर अचानक नगर निगम की बुलडोजर कार्रवाई से हड़कंप मच गया। निगम कर्मचारियों ने भवन को निजी बताकर तोड़फोड़ शुरू कर दी, लेकिन न तो बच्चों और महिलाओं की सुविधा का ध्यान रखा गया और न ही पहले से किसी तरह की सूचना दी गई।
स्थानीय लोगों के विरोध के बाद बुलडोजर कार्रवाई बीच में ही रोकनी पड़ी।
मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधि
घटना की खबर मिलते ही नगर निगम महापौर जीवर्धन चौहान मौके पर पहुंचे। उन्होंने माना कि उन्हें भी गुमराह किया गया है और जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इधर, वार्डवासियों ने स्थानीय विधायक और वित्त मंत्री ओपी चौधरी को भी सूचना दी। इस पर एसडीएम तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। लोगों ने वित्त मंत्री से वीडियो कॉल पर भी बातचीत की, जिस पर उन्होंने स्पष्ट कहा—
“बिना जांच और अनुमति के यदि दोबारा तोड़फोड़ की जाती है तो उसका कड़ा विरोध किया जाए।”
प्रशासनिक लापरवाही के आरोप
मोहल्लेवासियों का कहना है कि यह घटना साफ तौर पर प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है। बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया और सत्यापन के, आंगनबाड़ी भवन जैसी जरूरतमंद सुविधा को नुकसान पहुंचाना बच्चों और महिलाओं दोनों के अधिकारों की अनदेखी है।
स्थानीय लोग इस कार्रवाई से बेहद नाराज़ हैं और नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
