अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात: ट्रंप और पुतिन की वार्ता से बदल सकता है यूक्रेन युद्ध का भविष्य

नयी दिल्ली, 15 अगस्त 2025।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बहुप्रतीक्षित मुलाकात अलास्का के दूरस्थ एंकरेज कस्बे में आज होने जा रही है, जिसे दुनिया भर में ऐतिहासिक माना जा रहा है। यह मुलाकात यूक्रेन युद्ध के भविष्य को दिशा देने वाली साबित हो सकती है।

अमेरिकी वायुसेना के विमान एयर फ़ोर्स वन से अलास्का रवाना होने से पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर लिखा — “High Stakes!” यानी “दांव बड़ा है”। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं यहां यूक्रेन की तरफ से सौदा कराने नहीं आया, बल्कि मेरा लक्ष्य पुतिन को वार्ता की मेज पर लाना है।” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रूस समझौते पर नहीं पहुंचा तो उसे गंभीर आर्थिक परिणाम भुगतने होंगे।

दूसरी ओर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने उम्मीद जताई कि अमेरिका, रूस को “आक्रमण” रोकने के लिए मजबूर करेगा। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है युद्ध खत्म करने का। ज़रूरी कदम रूस को उठाने होंगे, और हम अमेरिका से यही उम्मीद करते हैं।”

इस बैठक में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट, वाणिज्य मंत्री हावर्ड लटनिक और सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ भी शामिल हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि वार्ता छह से सात घंटे तक चल सकती है और इसे “उत्पादक” बनाने की पूरी कोशिश होगी।

गौरतलब है कि यह पुतिन का 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार पश्चिमी देश का दौरा है। पुतिन के साथ हुई पिछली मुलाकात को याद करते हुए ट्रंप ने कहा, “मैं राष्ट्रपति हूं, और वह मेरे साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता।” उन्होंने इशारा किया कि अंतिम समझौता तभी होगा जब वह और ज़ेलेंस्की, पुतिन के साथ बैठकर “क्षेत्रीय विभाजन” पर चर्चा करेंगे।

बैठक एलमेंडॉर्फ एयर फ़ोर्स बेस में होगी, जो अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य ठिकाना है और शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ की निगरानी का प्रमुख केंद्र रहा है। दिलचस्प बात यह है कि 1867 में अमेरिका ने अलास्का रूस से खरीदा था — एक ऐतिहासिक सौदा जिसे अब “भूमि अदला-बदली” की चर्चा में जोड़ा जा रहा है।

इस वार्ता को यूरोपीय नेता और यूक्रेन की जनता बारीकी से देख रही है, क्योंकि इसके परिणाम आने वाले महीनों में युद्ध और शांति की दिशा तय कर सकते हैं।