राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धा में मदर्स प्राईड स्कूल प्रथम, लक्ष्मीनारायण कन्या विद्यालय द्वितीय

रायपुर, 15 अगस्त 2025।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में रंग-बिरंगी वेशभूषा, मनमोहक धुनों और उमंग से भरे कदमों ने सभी का मन मोह लिया। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में आयोजित सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धा में लगभग 780 स्कूली विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति को मंच पर जीवंत कर दिया।

प्रतिस्पर्धा में मदर्स प्राईड स्कूल रायपुर ने प्रथम स्थान प्राप्त कर सबका दिल जीत लिया। 250 बच्चों के समूह ने “ओ माई तेरी मिट्टी बुलाए हाय… डारा लोर गेहे रे… हमर पारा तुहर पारा…” जैसे देशभक्ति से ओतप्रोत रिमिक्स गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की आंखें नम कर दीं। उनकी प्रस्तुति में सेना के साहस, शौर्य और बलिदान के भाव झलकते रहे। बच्चों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को मंच पर जीवंत कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।

लक्ष्मीनारायण कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायपुर को दूसरा स्थान मिला। 200 छात्राओं ने “हाय कहे गजरी” गीत पर राऊत नाचा और अन्य लोक नृत्यों की झलक पेश की। उनकी प्रस्तुति ने छत्तीसगढ़ के त्यौहारों और स्वतंत्रता आंदोलन में लोकसंस्कृति के योगदान को बखूबी दर्शाया।

तीसरा स्थान सालेम इंग्लिश मीडियम स्कूल रायपुर ने हासिल किया। 250 विद्यार्थियों ने “छत्तीसगढ़ के भुइंया म भाग हमर जागे रे” गीत पर लोकनृत्य और प्राकृतिक दृश्यों का मोहक चित्रण किया। कर्मा नृत्य की सुंदर भाव-भंगिमाएं दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गईं।

मुख्यमंत्री ने सभी विजेता टीमों को शील्ड और मेडल देकर सम्मानित किया। मंच से उतरते समय बच्चों के चेहरों पर गर्व और खुशी की चमक थी, मानो उन्होंने केवल प्रतिस्पर्धा नहीं जीती, बल्कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का संकल्प भी निभाया।