रायपुर, 14 अगस्त 2025।
कोरबा जिले के कोरकोमा गांव के किसान संतोष केशरवानी के चेहरे पर इन दिनों संतोष और खुशी दोनों झलकते हैं। वजह है—धान की फसल के लिए समय पर खाद का मिलना। खरीफ मौसम की शुरुआत में खाद की कमी की खबरों ने संतोष को चिंतित कर दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश और केन्द्र सरकार की अतिरिक्त खाद आबंटन मंजूरी ने उनकी चिंता दूर कर दी।
राज्य को केन्द्र सरकार से 50 हजार टन डीएपी और 50 हजार टन यूरिया का अतिरिक्त आवंटन मिला है। इसी के चलते समितियों में खाद की आपूर्ति सुचारू है और किसानों को समय पर आवश्यक खाद उपलब्ध हो रही है।
संतोष केसरवानी बताते हैं, “खेत हमारा सहारा है। सरकार और समिति की तत्परता से हमें खेती के लिए जरूरी खाद और बीज समय पर मिल गए। इस मदद से फसल की बढ़वार के लिए सही शुरुआत हो सकी।” उनके पास करीब 5 एकड़ जमीन है। बारिश समय पर होने से बुआई और पौध तैयार करने में कोई दिक्कत नहीं आई।
इस सीजन में उन्होंने कोरकोमा सहकारी समिति से 7-7 बोरी डीएपी, यूरिया और सुपर फॉस्फेट खरीदा, वह भी बिना किसी अतिरिक्त दौड़-भाग के। केसीसी के माध्यम से भुगतान कर सीधे खाद मिल जाना उनके लिए बड़ी राहत रहा। पिछले खरीफ में संतोष ने लगभग 92 क्विंटल धान बेचा था, और इस बार शुरुआत से ही वे पूरे परिवार के साथ बेहतर उत्पादन के लिए मेहनत कर रहे हैं।
संतोष का कहना है, “अब खेती सिर्फ जीविका का साधन नहीं, बल्कि उम्मीदों की फसल है। समय पर खाद और बीज की उपलब्धता ने न केवल आर्थिक बोझ कम किया है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाया है।”
