नई दिल्ली, 13 अगस्त 2025।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सितारे सुरेश रैना बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे। ईडी उन्हें अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफ़ॉर्म 1XBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुला रही है। एजेंसी को शक है कि रैना का इस ऐप से अप्रत्यक्ष संबंध उसके प्रमोशन और एंडोर्समेंट के जरिए हो सकता है।
ईडी सूत्रों के अनुसार, रैना से पूछताछ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की जाएगी और उनका बयान दर्ज किया जाएगा। यह कानून मनी लॉन्ड्रिंग यानी अवैध कमाई को वैध दिखाने की कोशिश को रोकने के लिए बनाया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि “ये प्लेटफॉर्म भारत सरकार के कई कानूनों और निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं। अनुमान है कि देश में करीब 22 करोड़ लोग किसी न किसी सट्टेबाजी ऐप पर सक्रिय हैं, जिनमें से 11 करोड़ लोग नियमित उपयोगकर्ता हैं।”
रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 के पहले तीन महीनों में अवैध बेटिंग वेबसाइट्स और ऐप्स पर 1.6 अरब से ज्यादा विज़िट दर्ज हुईं। भारत का ऑनलाइन बेटिंग बाजार करीब 100 मिलियन डॉलर का माना जाता है, जबकि इन अवैध ऐप्स से हर साल लगभग 27,000 करोड़ रुपये का कर चोरी होने का अंदेशा है।
यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल ईडी ने आईपीएल क्रिकेट मैच बेटिंग से जुड़े मामलों में 337 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की थीं। इनमें सबसे चर्चित मामला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Fairplay का रहा, जिसके निदेशकों पर अवैध तरीके से आईपीएल मैच का प्रसारण और ऑनलाइन सट्टेबाजी चलाने के आरोप लगे।
ईडी के बयान के मुताबिक,
“अटैच की गई संपत्तियों में डिमैट खाते, ज़मीन, फ्लैट और वाणिज्यिक गोदाम शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत 219.66 करोड़ रुपये है। ये संपत्तियां राजस्थान के अजमेर, गुजरात के कच्छ, दमन, और महाराष्ट्र के ठाणे व मुंबई में स्थित हैं।”
PMLA क्या है?
प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 में संसद द्वारा पास किया गया था। इसका उद्देश्य वित्तीय अपराधों से लड़ना और अवैध धन को वैध दिखाने की कोशिश को रोकना है। यह कानून एजेंसियों को ‘गंदे पैसे’ से खरीदी गई संपत्ति जब्त करने और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की जांच करने का अधिकार देता है। बैंक और वित्तीय संस्थानों को भी अपने ग्राहकों की पहचान की पूरी जांच करने, लेन-देन का रिकॉर्ड रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना FIU-IND को देने का नियम इस कानून में है।
यह मामला न सिर्फ क्रिकेट जगत बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा सबक है कि प्रसिद्ध हस्तियों के ब्रांड जुड़ाव का दायरा कितना संवेदनशील हो सकता है। अब सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि सुरेश रैना इस पूछताछ में क्या जवाब देते हैं और जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है।
