जयपुर, 13 अगस्त 2025।
स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले राजस्थान पुलिस की CID (सुरक्षा) इंटेलिजेंस ने जैसलमेर से एक संदिग्ध पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार कर राष्ट्रीय सुरक्षा में बड़ी सेंध को रोक दिया। गिरफ्तार युवक की पहचान महेंद्र प्रसाद (32) के रूप में हुई है, जो चंदन फील्ड फायरिंग रेंज स्थित DRDO गेस्ट हाउस में प्रबंधक के रूप में कार्यरत था।
IG डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के मद्देनज़र CID इंटेलिजेंस की ओर से पूरे प्रदेश में देशविरोधी और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। इसी दौरान महेंद्र प्रसाद पर शक की सुई घूमी। मूल रूप से अल्मोड़ा (उत्तराखंड) के पल्यून गांव का रहने वाला महेंद्र संविदा पर नियुक्त था, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में था।
गोपनीय सूचनाओं की तस्करी
जांच में खुलासा हुआ कि महेंद्र DRDO वैज्ञानिकों और भारतीय सेना के अधिकारियों की आवाजाही, जो चंदन फील्ड फायरिंग रेंज में मिसाइल और हथियार परीक्षण के लिए आते हैं, उनकी जानकारी पाकिस्तान स्थित अपने हैंडलर तक पहुंचा रहा था। यह रेंज भारत की सामरिक सुरक्षा और हथियार परीक्षण का अत्यंत संवेदनशील केंद्र है।
संयुक्त पूछताछ में हुए खुलासे
गिरफ्तारी के बाद महेंद्र से सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त पूछताछ की और उसके मोबाइल फोन की तकनीकी जांच की। सबूतों से पुष्टि हुई कि उसने DRDO और सेना से जुड़ी कई संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तानी हैंडलर को भेजीं।
जांच का दायरा बढ़ा
अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि जासूसी के इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है तथा कितनी जानकारी पहले ही बाहर जा चुकी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि विदेशी खुफिया एजेंसियां लगातार भारत के सामरिक ठिकानों को निशाना बना रही हैं, इसलिए संवेदनशील जगहों पर कार्यरत सभी कर्मियों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध संपर्क की तुरंत सूचना देनी चाहिए।
