दुबई, 12 अगस्त 2025। पंजाब के मिनर्वा अकादमी फुटबॉल क्लब ने भारतीय फुटबॉल इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज कर लिया है। क्लब ने डेनमार्क में आयोजित प्रतिष्ठित डाना कप जीतकर यह उपलब्धि हासिल की, और ऐसा करने वाला यह पहला भारतीय क्लब बन गया।
अंडर-14 श्रेणी के फाइनल में मिनर्वा अकादमी ने माल्टा के केएफएफ क्लब को 15-0 के भारी अंतर से पराजित किया। यह जीत केवल एक खिताब नहीं, बल्कि भारतीय फुटबॉल के लिए गर्व का क्षण है। फाइनल में राज ने हैट्रिक लगाई, जबकि रिदम, टोनी राजेश, चेतन के, योहेनबा और डेनेमोनी ने दो-दो गोल दागे। अजम और चेतन टी ने भी एक-एक गोल कर टीम की जीत को ऐतिहासिक बना दिया।
इससे पहले, यही टीम स्वीडन में आयोजित गोथिया कप—जिसे “यूथ वर्ल्ड कप” कहा जाता है—में अपना खिताब बचाने में सफल रही थी। वे लगातार दूसरी बार यह खिताब जीतने वाले पहले क्लब बने, जिससे उनका मनोबल चरम पर था।
नॉकआउट चरण में भी मिनर्वा का दबदबा साफ दिखा। सेमीफाइनल में उन्होंने फिलिस्तीन के राव्हेल को 4-0 से हराया, जबकि क्वार्टरफाइनल में आर्टजीज़ को 17-1 के विशाल अंतर से मात दी।
डाना कप, जो हर साल ह्योऱिंग, डेनमार्क में आयोजित होता है, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा युवा फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसमें 45 से अधिक देशों की 1,000 से ज्यादा टीमें हिस्सा लेती हैं। इस साल मिनर्वा अकादमी ने सात मैचों में कुल 110 गोल किए और केवल 1 गोल अपने खिलाफ खाया—जो उनकी शानदार तैयारी और टीमवर्क का प्रमाण है।
