मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मिनीमाता जी की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि, कहा – उनका जीवन सेवा और साहस का प्रतीक

रायपुर, 11 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद और महान समाजसेविका स्वर्गीय मिनीमाता जी की पुण्यतिथि पर आज पूरे प्रदेश में भावुक यादें ताज़ा हो गईं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उन्हें नमन करते हुए कहा कि मिनीमाता जी का जीवन निस्वार्थ सेवा, अटूट साहस और सामाजिक परिवर्तन का जीवंत प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिनीमाता जी ने वंचित वर्गों, महिलाओं, दलितों और गरीबों के अधिकारों की रक्षा को अपने जीवन का उद्देश्य बनाया। उन्होंने समाज में सम्मान, समानता और न्याय की नींव को मजबूत किया। संसद में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बाल विवाह, दहेज प्रथा और छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ निर्भीक आवाज़ बुलंद की।

श्री साय ने याद किया कि मिनीमाता जी ने मजदूरों के अधिकारों की रक्षा, महिला शिक्षा के प्रसार और सामाजिक समानता की स्थापना के लिए ऐतिहासिक योगदान दिया। उनकी सादगी, संवेदनशीलता और सेवाभाव ने उन्हें जनमानस में अमिट स्थान दिलाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिनीमाता जी की विचारधारा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उनके जीवनकाल में थी। वह छत्तीसगढ़ के वर्तमान और भविष्य के लिए एक प्रकाशस्तंभ की तरह हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि हम सभी उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर भाईचारे, समानता और न्याय पर आधारित एक सशक्त और समावेशी छत्तीसगढ़ के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ।