नई दिल्ली, 8 अगस्त 2025 — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की और यूक्रेन के ताज़ा घटनाक्रम साझा करने के लिए उनका धन्यवाद किया। दोनों नेताओं ने भारत-रूस के विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को इस वर्ष के अंत में भारत आने के लिए आमंत्रित किया। यह वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के तहत होगा। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने गुरुवार को मॉस्को स्थित क्रेमलिन में पुतिन से मुलाकात की और रूसी सुरक्षा परिषद सचिव सर्गेई शोइगु से वार्ता में बताया कि पुतिन की भारत यात्रा की तैयारियां “लगभग अंतिम चरण” में हैं।
भारत और रूस के बीच इस यात्रा को लेकर साल की शुरुआत से चर्चा चल रही है। पुतिन ने आखिरी बार 6 दिसंबर 2021 को भारत का दौरा किया था।
यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब दो दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर अतिरिक्त शुल्क (टैरिफ) लगा दिए हैं, यह कहते हुए कि भारतीय कंपनियां रूसी तेल खरीदना जारी रख रही हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने इन टैरिफ को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” बताया है।
अमेरिकी कदम के जवाब में क्रेमलिन ने भी भारत पर डाले जा रहे “अवैध व्यापारिक दबाव” की निंदा की। क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, “हम मानते हैं कि संप्रभु देशों को अपने व्यापारिक साझेदार चुनने और अपने हितों के अनुसार आर्थिक सहयोग के स्वरूप तय करने का अधिकार है।”
