रायपुर, 08 अगस्त 2025। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि ईमानदारी और निष्ठा से निभाई गई जिम्मेदारी हमेशा सकारात्मक परिणाम देती है। जनसेवा में समर्पण के साथ कार्य करने पर जनता का स्नेह और आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है। वे आज मंत्रालय महानदी भवन के नवनिर्मित सभागार में आयोजित ‘मुख्यमंत्री सुशासन संवाद’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुशासन फेलोशिप के विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने सुशासन एवं अभिसरण विभाग की स्थापना की है। ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से शासन में पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार के मार्ग बंद हुए हैं। उनका मानना है कि योजनाओं का असली लाभ जनता तक पहुँचना ही सुशासन का मुख्य उद्देश्य है।
संवाद के दौरान आरंग के फेलो हर्षवर्धन के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने अपने जीवन के संघर्ष साझा करते हुए कहा कि बहुत कम उम्र में पिता के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई थी। उन्होंने बताया कि जो भी दायित्व मिला, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाया, और यही उनके राजनीतिक सफर की सबसे बड़ी सीख रही।
बिलासपुर के फेलो मनु पांडेय के प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत के सपने में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि राज्य की वर्तमान जीएसडीपी 5 लाख करोड़ रुपये है, जिसे 2047 तक 75 लाख करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि राज्य खनिज संपदा, वन संसाधन और मेहनतकश नागरिकों के बल पर यह लक्ष्य अवश्य प्राप्त करेगा।
कार्यक्रम में सुशासन एवं अभिसरण विभाग के सचिव श्री राहुल भगत ने फेलोशिप योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस योजना का उद्देश्य राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को उच्च स्तरीय गवर्नेंस शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव देकर एक उत्तरदायी प्रशासनिक पीढ़ी तैयार करना है। इसके अंतर्गत IIM रायपुर के साथ मिलकर पब्लिक पॉलिसी एंड गवर्नेंस में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर फेलोशिप कोर्स के प्रोस्पेक्टस का विमोचन किया और विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ अंजोर विजन डॉक्यूमेंट भेंट किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारी, IIM रायपुर के प्रोफेसर्स और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
