मोबाइल न दिलाने से नाराज़ 16 वर्षीय किशोर ने की आत्महत्या, धमतरी के सांकरा गांव में दर्दनाक घटना

धमतरी, 5 अगस्त 2025 — छत्तीसगढ़ के धमतरी ज़िले के सांकरा गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ महज़ मोबाइल नहीं दिलाए जाने पर 16 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली। यह घटना न सिर्फ़ माता-पिता के लिए गहरा सदमा बनकर आई है, बल्कि पूरे गांव में शोक और हैरानी का माहौल है।


मोबाइल की माँग पूरी न होने पर फांसी लगा ली जान

मृतक छात्र की पहचान प्रियांशु साहू (16 वर्ष) के रूप में हुई है, जो नगरी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सांकरा गांव का निवासी था। परिजनों के अनुसार, प्रियांशु पिछले कुछ दिनों से अपने माता-पिता से नया मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था। माता-पिता ने उसे समझाते हुए कहा,
“अभी नहीं बेटा, फसल बिकेगी तब मोबाइल लाएंगे।”

लेकिन यह सामान्य सी बात प्रियांशु को इतनी नागवार गुजरी कि उसने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली


घटना के वक्त घर में कोई नहीं था

बताया गया कि घटना के समय प्रियांशु घर पर अकेला था, क्योंकि उसके माता-पिता किसी काम से बाहर गए हुए थे। जैसे ही वे शाम को लौटे और घर में प्रवेश किया, तो उन्होंने बेटे को फंदे पर लटका देखा। घर का माहौल एक ही पल में मातम में बदल गया। पड़ोसी तुरंत घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई

सिहावा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद प्रियांशु का अंतिम संस्कार कर दिया गया


पुलिस और प्रशासन ने की पुष्टि

एएसपी शैलेन्द्र पांडे ने बताया कि,

“बच्चा मोबाइल की मांग पूरी न होने से आहत था, लेकिन परिजन यह समझ भी नहीं पाए कि वह इतना गुस्से में है। दिनभर वह सामान्य व्यवहार करता रहा और जैसे ही घर में अकेला हुआ, उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया।”


समाज के लिए बड़ा संदेश: मानसिक स्वास्थ्य पर दें ध्यान

यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और संवाद की कमी किस प्रकार भयावह रूप ले सकती है। यह केवल एक मोबाइल की बात नहीं थी, बल्कि उस किशोर की भावनात्मक अपेक्षाओं की अनदेखी थी।

परिवार, समाज और विद्यालयों को चाहिए कि बच्चों के व्यवहार पर विशेष ध्यान दें, संवाद कायम रखें और मनोवैज्ञानिक सहायता को प्राथमिकता में रखें।