रायपुर, 4 अगस्त 2025:
श्रावण मास के चौथे सोमवार के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के मधेश्वर धाम मयाली में आयोजित शिव महापुराण कथा के समापन समारोह को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया।
उन्होंने घोषणा की कि विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध मधेश्वर पहाड़ के विकास हेतु केंद्र सरकार से ₹10 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है। राज्य सरकार इस क्षेत्र को एक प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
🛕 आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बनेगा मधेश्वर धाम
मुख्यमंत्री ने कहा, “शिव और शक्ति छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसे हुए हैं। मयाली स्थित मधेश्वर महादेव धाम श्रद्धा, आस्था और आध्यात्मिकता का जीवंत प्रतीक है।”
उन्होंने आयोजन समिति एवं प्रसिद्ध कथावाचक पूज्य देवकीनंदन जी महाराज को इस दिव्य आयोजन के लिए धन्यवाद दिया, जिन्होंने 28 जुलाई से 4 अगस्त तक चली कथा में हजारों श्रद्धालुओं को श्रीशिव महापुराण का रसपान कराया।
🔱 शिव स्थलों का होगा समग्र विकास
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में शिव के प्रमुख स्थलों —
- मधेश्वर महादेव (मयाली)
- भोरमदेव (कवर्धा)
- कुलेश्वर महादेव (राजिम)
- भूतेश्वर महादेव (गरियाबंद)
- लक्ष्मणेश्वर महादेव (खरौद, जांजगीर-चांपा) —
का व्यापक विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “यह सम्पूर्ण प्रदेश शिवमय है। हमारी संस्कृति की जड़ें इन स्थलों में गहराई से समाहित हैं।”
🌸 शक्ति कॉरिडोर योजना से माता स्थलों को भी मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने बताया कि डोंगरगढ़ की बमलेश्वरी माता, रतनपुर की महामाया देवी, चंद्रपुर की चंद्रहासिनी माता, और दंतेवाड़ा की दंतेश्वरी देवी जैसे पाँच शक्तिपीठों के विकास हेतु “शक्ति कॉरिडोर योजना” प्रारंभ की गई है। यह प्रयास धार्मिक पर्यटन को संरचित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम होगा।
🛤️ श्रीरामलला दर्शन एवं तीर्थदर्शन योजना से हजारों लाभान्वित
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत अब तक 22 हजार से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम में श्रीराम के दर्शन कर चुके हैं।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना को पुनः प्रारंभ करते हुए राज्य के वृद्ध श्रद्धालुओं को देश के 19 प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन कराए जा रहे हैं।
🙏 अंत में बाबा भोलेनाथ से की प्रदेशवासियों के लिए मंगलकामना
मुख्यमंत्री श्री साय ने भगवान शिव से छत्तीसगढ़ की सुख, समृद्धि और आस्था की वृद्धि की प्रार्थना करते हुए कहा कि राज्य सरकार श्रद्धा, संस्कृति और विकास के समन्वय से छत्तीसगढ़ को भारत का एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाएगी।
