दुर्ग, 4 अगस्त 2025:
राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर के प्रमुख मार्गों पर रात के समय मवेशियों के अचानक सड़क पर आने से हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस दुर्ग ने एक नई और सशक्त पहल की है। इस अभियान के तहत सड़कों पर पाए गए आवारा मवेशियों को रिफ्लेक्टर बेल्ट पहनाए गए हैं, जिससे वे रात में दूर से दिखाई दे सकें और वाहन चालकों को सतर्क किया जा सके।
🚧 दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में कदम
ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि दुर्ग-भिलाई, टेढ़ेसरा रोड, पुलगांव बायपास, रिसाली, नेहरू नगर, सुपेला चौक, वैशाली नगर, स्मृति नगर और ट्रांसपोर्ट नगर जैसे प्रमुख और व्यस्त मार्गों पर यह विशेष अभियान चलाया गया है।
इस अभियान के तहत नगर निगम के सहयोग से मवेशियों को सुरक्षित स्थलों पर भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
👮♂️ 36 मवेशी मालिकों पर कार्यवाही
अब तक 36 लापरवाह मवेशी मालिकों के विरुद्ध धारा 152 बीएनएसएस (Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita) के तहत विधिसम्मत कार्यवाही की जा चुकी है। ट्रैफिक पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी, ताकि मवेशियों की अनियंत्रित आवाजाही को रोका जा सके।
📢 जनता से अपील
ट्रैफिक पुलिस दुर्ग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और अपने मवेशियों को खुले में न छोड़ें, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके और एक सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
📝 यह क्यों है महत्वपूर्ण?
आवारा मवेशियों की वजह से विशेषकर रात के समय वाहन चालकों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई मामलों में यह मवेशी गंभीर सड़क दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं। ऐसे में रिफ्लेक्टर बेल्ट जैसी तकनीकी पहल और मवेशी मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई, जनहित और सड़क सुरक्षा दोनों की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
