रायपुर, 04 अगस्त 2025 — छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जन संस्कृति मंच (जसम) की स्थानीय इकाई का पुनर्गठन कर दिया गया है। यह महत्वपूर्ण बैठक रविवार, 3 अगस्त को शंकर नगर स्थित “अपना मोर्चा” कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें लोकतंत्र, न्याय और समानता के लिए प्रतिबद्ध लेखिकाओं और संस्कृतिकर्मियों को संगठन की नई जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं।
जया जादवानी बनीं रायपुर जसम की अध्यक्ष
देश की प्रसिद्ध लेखिका जया जादवानी को सर्वसम्मति से जसम रायपुर की अध्यक्ष चुना गया है। जया जादवानी अब तक 25 से अधिक चर्चित पुस्तकों की लेखिका रह चुकी हैं, और उनकी रचनाएँ विमर्श के केंद्र में रही हैं। उनकी लेखनी ने समाज, स्त्री-मन और जीवन की बारीक परतों को बखूबी उजागर किया है।
महिलाओं को मिली निर्णायक भागीदारी
- वंदना कुमार और दिलशाद सैफी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
- डॉ. संजू पूनम को कोषाध्यक्ष बनाया गया है, जो लोककला में सक्रिय हैं।
- सांस्कृतिक टीम का नेतृत्व वर्षा बोपचे और सुनीता शुक्ला को सौंपा गया है।
- युवा आलोचक इंद्र कुमार राठौर को दोबारा सचिव और प्रो. अजय शुक्ला को सह-सचिव बनाया गया।
नई कार्यकारिणी और संरक्षक मंडल
- समन्वयक: प्रो. सियाराम शर्मा
- संरक्षक: राजकुमार सोनी
- राष्ट्रीय परिषद सदस्य: रूपेंद्र तिवारी, समीर दीवान, सनियारा खान, भुवाल ठाकुर, जावेद नदीम नागपुरी, आलिम नकवी, सिरिल साइमन, आफाक अहमद, मीसम हैदरी, मोहित जायसवाल, नरोत्तम शर्मा, डॉ. रामेश्वरी दास, अखिलेश एडगर, भागीरथी वर्मा, नरेश साहू, प्रतीक कश्यप, सर्वज्ञ नायर को शामिल किया गया है।
गांव-गांव जाकर रचेंगे साहित्य और संवाद
जसम ने हाल ही में मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर बच्चों के बीच ‘ईदगाह’, ‘बूढ़ी काकी’, और ‘पंच परमेश्वर’ पर चित्र निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसे देशभर में सराहना मिली। अब जसम से जुड़े लेखक और कलाकार गांवों में जाकर वहां की जनता और बच्चों से सांस्कृतिक जुड़ाव कायम करने की योजना पर कार्य करेंगे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जनता के बीच साहित्य और संस्कृति की भूमिका को और मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध प्रयास निरंतर जारी रखे जाएंगे।
