देहरादून, 3 अगस्त 2025 –
उत्तराखंड पुलिस ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रहने वाले 35 वर्षीय हर विलास नंदी को गिरफ्तार किया है। उस पर सेना मेडिकल कोर के एक रिटायर्ड सूबेदार मेजर से ₹34.17 लाख की ठगी करने का आरोप है। आरोपी नंदी पर फर्जी विदेशी निवेश योजना के जरिए साइबर ठगी करने का आरोप है और वह एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
पुलिस ने आरोपी के पास से यूएई, ओमान और अमेरिका की विदेशी मुद्रा, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, यूएई रेसिडेंट कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किया है।
एसएसपी (एसटीएफ) नवनीत सिंह भुल्लर के अनुसार,
“नंदी 10 वर्षों तक दुबई में रहा है। उसका फेसबुक और ईमेल अकाउंट दुबई में बनाया गया था, जबकि बैंक खाते से लिंक ईमेल फिलीपींस से संचालित किया जा रहा था। पीड़ित से ठगी गई रकम उसी बैंक खाते में ट्रेस हुई और बाद में दुबई में निकाली गई।”
🔍 आरोपी की ठगी का पैटर्न:
- पीड़ित सेना अधिकारी ने 2024 में शिकायत दी थी कि उन्होंने Apollo India Private Equity (IV) (Mauritius) Ltd नामक फर्जी विदेशी कंपनी में निवेश किया।
- फेसबुक पर जसलीन कौर नामक महिला ने खुद को ट्रेडिंग असिस्टेंट बताया और एक व्यक्ति ने ग्राहक सेवा प्रबंधक बनकर बैंक डिटेल भेजीं।
- कई बार निवेश कराने के बाद कुल ₹34.17 लाख की ठगी की गई।
- John Peter Hussain नामक व्यक्ति ने उसे “मेंटॉर” बनकर ऑनलाइन ट्रेडिंग सत्र भी कराए।
🔎 जांच में हुआ बड़ा खुलासा:
- आरोपी नंदी के खाते से एक महीने में ₹3.46 करोड़ से ज्यादा के लेन-देन पाए गए।
- उसने छत्तीसगढ़ के मजदूरों को ₹50,000 से ₹1 लाख में उनके बैंक खाते खरीदकर उनका दुरुपयोग किया।
- राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल (NCRP) पर आरोपी के खिलाफ 37 से ज्यादा शिकायतें दर्ज पाई गईं।
नंदी काफी समय से फरार था और नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र में छिपा हुआ था। तकनीकी निगरानी के जरिए उसे भिलाई से गिरफ्तार किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया गया।
