आवारा कुत्ते के खाने से गंदा हुआ मिड-डे मील, 78 छात्रों को लगाए गए एंटी रेबीज टीके

बालोदबाजार, 3 अगस्त 2025 |

छत्तीसगढ़ के बालोदबाजार जिले के लच्छनपुर गांव स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) खाने के बाद 78 छात्रों को एंटी रेबीज का टीका लगाना पड़ा। घटना 29 जुलाई की है, जब एक आवारा कुत्ता स्कूल में बने पके हुए सब्जी में मुंह मार गया, लेकिन इसके बावजूद बच्चों को वही भोजन परोसा गया।

पालारी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले इस स्कूल में कुल 84 बच्चों ने उस दिन भोजन किया। कुछ छात्रों ने शिक्षकों को बताया कि भोजन में कुत्ते ने मुंह मार दिया है। इस पर शिक्षकों ने स्व-सहायता समूह (SHG) को भोजन न परोसने का निर्देश दिया, लेकिन समूह के सदस्यों ने इसे नजरअंदाज कर भोजन परोस दिया।

बाद में बच्चों ने यह बात अपने माता-पिता को बताई, जिसके बाद अभिभावकों और ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर जवाब-तलब किया। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष झलेन्द्र साहू की मौजूदगी में नाराज ग्रामीणों ने SHG को हटाने की मांग की।

बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां लच्छनपुर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. वीणा वर्मा के अनुसार, “78 बच्चों को एंटी रेबीज टीका एहतियातन लगाया गया, संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। पहली खुराक का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। यह कदम अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन समिति के आग्रह पर उठाया गया।”

2 अगस्त को एसडीएम दीपक निकुंज, खंड शिक्षा अधिकारी नरेश वर्मा और अन्य अधिकारियों ने स्कूल पहुंचकर मामले की जांच की और बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों व समिति सदस्यों के बयान दर्ज किए।
हालांकि, स्व-सहायता समूह के सदस्य जांच में शामिल नहीं हुए।

इस बीच, स्थानीय विधायक संदीप साहू ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी पूछा कि किसके निर्देश पर बच्चों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाए गए।