बीजापुर के तीन गांवों में जल सुरक्षा के प्रति जागरूकता की अनोखी पहल: बामनपुर, गुंजेपरती और नंबी ने लिया सुरक्षित जल उपयोग का संकल्प

रायपुर, 2 अगस्त 2025
धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में अब जल सुरक्षा और स्वच्छता के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ रही है। भोपालपटनम और उसूर विकासखंड के बामनपुर, गुंजेपरती और नंबी गांवों में जल जीवन मिशन के तहत जल सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल की गई है।

इन गांवों में पहले “हर घर नल से जल” योजना के तहत पेयजल सुविधा उपलब्ध थी, लेकिन कुछ ग्रामीण परंपरागत आदतों और जानकारी के अभाव में नदी और नालों के पानी का उपयोग पीने के लिए कर रहे थे, जिससे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का खतरा था।

जल-जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में प्रशासन ने यह निर्णय लिया कि ग्रामीणों को जल की गुणवत्ता और उससे जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों के बारे में व्यावहारिक तरीके से समझाया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में इस अभियान की शुरुआत की गई।

जल परीक्षण प्रयोगशाला के केमिस्ट के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसने गांवों में जाकर नदी-नाले के जल और नल से प्राप्त जल का परीक्षण किया। इसके बाद परीक्षण परिणाम ग्रामीणों के सामने प्रस्तुत किए गए। जब ग्रामीणों ने खुद देखा कि नदी-नाले के जल में हानिकारक तत्व हैं और नल का जल स्वच्छ और सुरक्षित है, तो उन्होंने सिर्फ नल का जल पीने का संकल्प लिया।

यह पहल न केवल जल जीवन मिशन के उद्देश्यों की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण है कि जानकारी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लोगों को समझाने पर वे सकारात्मक बदलाव के लिए तैयार रहते हैं। बामनपुर, गुंजेपरती और नंबी गांव अब जल उपलब्धता के साथ-साथ जल गुणवत्ता के प्रति भी सजग हो गए हैं।