वेंजरामूडु (केरल), 2 अगस्त 2025 —
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में फर्जी नौकरी देने के नाम पर ₹4 करोड़ की ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। वेंजरामूडु पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला और उसका पति भी शामिल है।
गिरफ्तार आरोपी हैं:
- रामसी (35) — पोथेनकोड से
- अजीमल (29) — ओचिरा से (रामसी का पति)
- मुरुगेशन (59) — तिरुनेलवेली से
- विष्णुराज (33) और सुरेश बाबू (50) — अटिंगल से
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने केरल और तमिलनाडु के कम से कम 36 लोगों को ठगा, और नकली ISRO व VSSC मुहर लगे नियुक्ति पत्रों से उन्हें नौकरी का झांसा दिया। रामसी के खाते में ₹1.5 करोड़ की राशि जमा होने के बैंक दस्तावेज मिले हैं। वहीं मुरुगेशन ने अकेले ही 27 लोगों से ₹2.25 करोड़ की ठगी की।
जांच में खुलासा:
रामसी इस ठगी की मास्टरमाइंड थी। उसके साथ विष्णुराज और सुरेश बाबू ने मिलकर फर्जी ID कार्ड और सीलें बनवाई, जिनमें VSSC और थुंबा प्रशासनिक कार्यालय का नाम लिखा गया था। सुरेश बाबू अटिंगल में सील निर्माण यूनिट चलाता है, जिससे फर्जी दस्तावेज बनाए गए।
शिकायत और गिरफ़्तारी:
मार्च 2024 में वेंजरामूडु की दो महिलाओं ने शिकायत की थी कि उन्हें रामसी को VSSC का मैकेनिकल इंजीनियर बताकर नौकरी का झांसा दिया गया और ₹8 लाख किस्तों में ठग लिए गए। फरवरी में रामसी और अजीमल ने एक महिला को सीलबंद फर्जी नियुक्ति पत्र भी सौंपा था और खोलने से मना किया था। कोई अपडेट न मिलने पर महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
अटिंगल और वत्तपारा थानों में इस गिरोह के खिलाफ अन्य शिकायतें भी दर्ज की गई हैं।
पुलिस टीम:
यह कार्रवाई अटिंगल DySP एस. मंजुलाल के नेतृत्व में की गई, जिसमें SHO आज़ाद अब्दुल कलाम, सब-इंस्पेक्टर सजित, शान, और ASI रजीना, गोकुल, असीम और सियास शामिल थे। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया गया है।
