रायपुर, 01 अगस्त 2025
जन संस्कृति मंच रायपुर और शिवम् एजुकेशन एकेडमी के संयुक्त तत्वावधान में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर एक अनोखे आयोजन का साक्षी बना रायपुर। एक्टिव किड्स एकेडमी, डीपीएस, मदर्स प्राइड, शिवांश इंटरनेशनल, शारदा हायर सेकेंडरी, छत्रपति शिवाजी इंग्लिश मीडियम स्कूल, महाराणा प्रताप स्कूल, लायंस क्लब स्कूल, और शिवम् एजुकेशन एकेडमी के लगभग 180 बच्चों ने प्रेमचंद की कालजयी कहानियाँ — ईदगाह, बूढ़ी काकी और पंच परमेश्वर — को कैनवास पर उकेरा।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बच्चों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
📚 साहित्य और संवेदना के संग संवाद
कार्यक्रम में प्रसिद्ध आलोचक सियाराम शर्मा ने प्रेमचंद की रचनाओं की आज की प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि उनके साहित्य में दया, करुणा और न्याय की भावना गहराई से समाहित है।
लेखिका जया जादवानी ने इस आयोजन को एक जरूरी सांस्कृतिक हस्तक्षेप बताया। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद आज भी सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले लेखक हैं क्योंकि वह मानवीय मूल्यों को जीवित रखते हैं।
युवा लेखिका डॉ. संजू पूनम ने प्रेमचंद को भारत की ग्रामीण चेतना का आईना बताया और कहा कि प्रेमचंद का साहित्य ही भारत का यथार्थ है।
पत्रकार समीर दीवान ने बच्चों को सुंदर चित्रों के लिए बधाई देते हुए उनसे कहा कि कहानियों को केवल पढ़ना नहीं, बल्कि जीवन में उतारना जरूरी है।
🖌️ बच्चों ने चित्रों में रचा साहित्य
इस आयोजन की विशेष बात यह रही कि कुछ बच्चों ने प्रेमचंद की रचनाओं पर अपने विचार भी साझा किए और उनके पात्रों को चित्रों में जीवंत किया।
चित्रकार सर्वज्ञ नायर ने प्रेमचंद का एक आकर्षक चित्र बनाकर आयोजकों को भेंट किया।
कार्यक्रम का संचालन जसम के राष्ट्रीय सचिव एवं पत्रकार राजकुमार सोनी ने किया।
🎙️ प्रमुख वक्ता एवं अतिथिगण:
- सुहानी शर्मा (निदेशिका, शिवम् एजुकेशन)
- नीलिमा मिश्रा (संरक्षिका)
- लेखिका रूपेंद्र तिवारी
- सनियारा खान
- गायिका वर्षा बोपचे
- डॉ. रामेश्वरी दास
- इंद्रकुमार राठौर (सचिव, जसम रायपुर)
- शायर अलीम नकवी
- प्राचार्य पूनम मिश्रा
