नई दिल्ली, 01 अगस्त 2025 —
स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की सेलेक्शन पोस्ट फेज-13 परीक्षा को लेकर देशभर में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। छात्र और शिक्षकों ने गुरुवार को “दिल्ली चलो” अभियान के तहत जंतर मंतर और CGO कॉम्प्लेक्स में विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि परीक्षा आयोजन में भारी लापरवाही बरती गई, जिससे लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।
प्रदर्शन के मुख्य कारण:
- अचानक परीक्षा रद्द होना – कई छात्रों ने लंबी दूरी तय कर केंद्रों तक पहुंचने के बाद पाया कि परीक्षा रद्द कर दी गई थी, बिना किसी पूर्व सूचना के।
- तकनीकी खराबियां – सर्वर क्रैश, खराब उपकरण, माउस काम न करना, और गलत केंद्रों का आवंटन आम शिकायत रही।
- नया परीक्षा वेंडर जिम्मेदार – छात्रों का दावा है कि नया ठेका धारक कंपनी पहले भी UPSC जैसी परीक्षाओं में विफल रही है, फिर भी उसे SSC की जिम्मेदारी दे दी गई।
पुलिस लाठीचार्ज का आरोप:
प्रदर्शन कर रहे छात्रों और शिक्षकों ने आरोप लगाया कि दिल्ली के जंतर मंतर और CGO कॉम्प्लेक्स में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिनमें छात्रों को हटाया जा रहा है या जबरन चुप कराया जा रहा है।
छात्रों की मांगें:
- परीक्षा वेंडर का ठेका रद्द किया जाए
- उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए
- परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी और छात्रहित में बनाया जाए
- रद्द हुई परीक्षाओं के लिए दोबारा तिथि घोषित की जाए
एक छात्र ने कहा, “प्रतियोगी परीक्षा में एक मिनट भी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में व्यवस्थाओं की विफलता हमारी सालों की मेहनत बर्बाद कर रही है।”
सोशल मीडिया पर आंदोलन:
ट्विटर (X) और अन्य सोशल प्लेटफॉर्म्स पर #SSCSystemSudharo, #SSCVendorFailure, #SSCMisManagement, और #JusticeForAspirants जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। छात्रों ने आर्थिक नुकसान, मानसिक तनाव और अवसरों के नुकसान को उजागर किया है।
छात्रों और शिक्षकों ने सरकार से SSC की परीक्षा प्रणाली में बड़े सुधार और जवाबदेही तय करने की मांग की है। छात्रों ने चेताया कि अगर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और व्यापक होगा।
