नई दिल्ली, 30 जुलाई 2025। यदि आप PhonePe, Google Pay या Paytm जैसे UPI ऐप्स का उपयोग करते हैं, तो आपके लिए 1 अगस्त से कुछ नए नियम लागू होने जा रहे हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI सेवाओं को और अधिक स्थिर और कुशल बनाने के लिए इन बदलावों की घोषणा की है। हालांकि ये नियम सामान्य लेनदेन को प्रभावित नहीं करेंगे, लेकिन कुछ सेवाओं पर सीमाएं जरूर लागू होंगी।
क्या बदलने वाला है UPI में?
- बैलेंस चेक की लिमिट: अब हर UPI ऐप पर यूजर सिर्फ 50 बार ही बैंक बैलेंस चेक कर सकेगा। इससे NPCI को API सिस्टम पर ट्रैफिक को कम करने में मदद मिलेगी।
- हर लेनदेन के बाद बैलेंस दिखेगा: NPCI ने बैलेंस चेक पर लिमिट लगाई है, लेकिन अब हर सफल ट्रांजेक्शन के बाद यूजर को उसके खाते का बैलेंस अपने आप दिखाया जाएगा।
- ऑटो पेमेंट्स के लिए फिक्स्ड टाइम: UPI पर ऑटो पेमेंट्स (जैसे EMIs, OTT सब्सक्रिप्शन, म्यूचुअल फंड SIP आदि) को अब तय समय पर प्रोसेस किया जाएगा – सुबह 10 बजे से पहले या रात 9:30 बजे के बाद। इससे पिक आवर्स में ट्रैफिक कम रहेगा।
- बैंक खाता जानकारी एक्सेस की लिमिट: UPI यूजर अब अपने बैंक खाते की जानकारी (जैसे अकाउंट लिंक स्टेटस) एक दिन में केवल 25 बार ही प्राप्त कर सकेंगे।
- पेमेंट स्टेटस चेक की लिमिट: कोई ट्रांजेक्शन पेंडिंग हो तो यूजर दिन में केवल 3 बार ही उसका स्टेटस चेक कर सकेगा। साथ ही, हर बार स्टेटस चेक करने के बीच 90 सेकंड का अंतर जरूरी होगा।
NPCI का कहना है कि इन नए नियमों का मकसद UPI सिस्टम को अधिक विश्वसनीय और कुशल बनाना है, ताकि लेनदेन बिना रुकावट और तेजी से हो सके।
