बीजापुर, छत्तीसगढ़ | 26 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए, जबकि भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं। यह मुठभेड़ शनिवार शाम जिले के दक्षिण-पश्चिमी जंगल क्षेत्र में उस समय हुई जब सुरक्षाबल गुप्त सूचना के आधार पर नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे।
🔫 कैसे हुई मुठभेड़?
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) सुन्दरराज पी. ने बताया कि जैसे ही सुरक्षाबलों ने संदिग्ध इलाके में घेराबंदी शुरू की, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में चार नक्सलियों को मौके पर ही मार गिराया गया।
अभी तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं और क्षेत्र में रुक-रुक कर फायरिंग जारी है। IG ने यह भी बताया कि मुठभेड़ स्थल से INSAS और SLR जैसे आधुनिक हथियार जब्त किए गए हैं। सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
☠️ नक्सल विरोधी अभियान में अब तक 225 नक्सली ढेर
साल 2025 में अब तक छत्तीसगढ़ में 225 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें से 208 बस्तर संभाग से हैं। बस्तर संभाग में बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिला शामिल हैं। यह आंकड़ा राज्य में नक्सल गतिविधियों के विरुद्ध सुरक्षा बलों की आक्रामक रणनीति और सफल अभियानों का प्रमाण है।
🛡️ केंद्र सरकार का संकल्प: 2026 तक नक्सलवाद का समापन
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कई बार यह दोहराया है कि केंद्र सरकार मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का समूल नाश करने के लिए कटिबद्ध है। लगातार हो रहे सुरक्षा अभियानों और ग्राउंड इंटेलिजेंस के बेहतर समन्वय से नक्सलियों पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
🗣️ पुलिस का बयान
IG सुन्दरराज पी. ने कहा,
“हमारी प्राथमिकता है कि क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों का अंत हो और स्थानीय जनता को सुरक्षित माहौल मिले। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों का मनोबल और समर्पण सराहनीय है।”
📌 निष्कर्ष
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे निर्णायक युद्ध की एक और महत्वपूर्ण कड़ी है। बढ़ते अभियानों और बेहतर रणनीति के चलते सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नक्सलवाद का अंत अब दूर नहीं है।
