नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025:
दिल्ली पुलिस की साख को झटका देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें उत्तर-पूर्वी जिले के साइबर थाना में तैनात सब-इंस्पेक्टर अंकुर मलिक पर ₹2 करोड़ की साइबर धोखाधड़ी से वसूली गई राशि को गबन करने का आरोप लगा है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी मलिक अपने साथी अधिकारी और प्रेमिका नेहा पुनिया के साथ मिलकर इस राशि को ठिकाने लगाकर फरार हो गया।
कहां से शुरू हुआ मामला?
2021 बैच के दोनों अधिकारी – मलिक और पुनिया – ने एक साथ 7 दिन की “मेडिकल लीव” ली और फिर लौटे ही नहीं। इस दौरान वे गोवा, मनाली और जम्मू-कश्मीर जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा करते रहे। सोशल मीडिया गतिविधियों और यात्रा बुकिंग्स से इनकी लोकेशन ट्रैक की जा रही है।
कैसे हुआ ₹2 करोड़ का गबन?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सब-इंस्पेक्टर अंकुर मलिक ने अदालत से प्राप्त आदेशों का दुरुपयोग करते हुए फर्जी शिकायतकर्ताओं के दस्तावेज प्रस्तुत किए। इसके ज़रिए जब्त की गई रकम को गलत तरीके से अदालत से छुड़वाया गया और फिर वह रकम मलिक के परिचितों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई।
नेहा पुनिया की भूमिका
नेहा पुनिया, जो GTB एन्क्लेव थाने में तैनात थीं, उसी दिन से लापता हैं जिस दिन अंकुर ने छुट्टी ली थी। दोनों का एक साथ गायब होना और फिर ₹2 करोड़ के हेरफेर का सामने आना, इस पूरे मामले को एक रोमांचक लेकिन गंभीर धोखाधड़ी बना देता है।
जांच का दायरा
- दिल्ली पुलिस की आंतरिक जांच इकाई ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
- कोर्ट ऑर्डर की सत्यता की भी दोबारा जांच की जा रही है।
- दोनों अधिकारियों के मोबाइल ट्रैकिंग और बैंक ट्रांजेक्शन्स की निगरानी की जा रही है।
- जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए, उन्हें भी फ्रीज कर दिया गया है।
पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह विभाग के लिए विश्वासघात जैसा है। कानून के रक्षक अगर खुद ऐसे कृत्य में शामिल पाए जाएं, तो इससे व्यवस्था पर सवाल उठते हैं।”
