देवपहरी, परसखोला, फुटहामुड़ा जैसे पिकनिक स्पॉट्स की खूबसूरती के साथ छिपे हैं खतरे, ज़रा सी लापरवाही बन सकती है हादसे की वजह

कोरबा 23 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के प्रसिद्ध पिकनिक स्थल देवपहरी, परसखोला, फुटहामुड़ा, सतरेंगा, नकिया और केंदई प्राकृतिक सौंदर्य, बहती जलधाराओं और चट्टानी श्रृंखलाओं के लिए जाने जाते हैं। यहां की उगते सूरज की सुनहरी किरणें, चट्टानों पर गिरती रोशनी, और बहते पानी की कलकल ध्वनि हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। यह स्थल विशेषकर सर्दियों के मौसम में पिकनिक और सैर-सपाटे के लिए आकर्षण का केंद्र बनते हैं।

हालांकि, इन स्थानों की खूबसूरती के साथ-साथ खतरनाक चट्टानें, तेज धाराएं और फिसलन भरे इलाके गंभीर हादसों को न्योता भी देते हैं। विगत वर्षों में कई घटनाएं ऐसी हुई हैं जहां छात्रों और पर्यटकों ने मस्ती या चुनौती के चलते असावधानीपूर्वक पानी में उतरकर अपनी जान गंवा दी है


प्राकृतिक सुंदरता के बीच छिपे हैं हादसों के खतरे

  • तेज बहाव वाली धाराएं और नुकीली फिसलन भरी चट्टानें इन स्थलों की खूबसूरती तो बढ़ाती हैं, लेकिन यह जीवन के लिए खतरनाक भी बन जाती हैं।
  • देवपहरी जलप्रपात जैसे स्थानों पर पानी में आधे डूबे पत्थरों पर चलते समय संतुलन बिगड़ने की स्थिति में गंभीर चोटें लग सकती हैं या डूबने का भी खतरा हो सकता है।
  • फुटहामुड़ा और परसखोला जैसे क्षेत्रों में चट्टानों की गुफानुमा संरचना लोगों को आकर्षित तो करती है लेकिन वहीं फंसने का जोखिम भी बना रहता है।

छात्रों की लापरवाही बना चुकी है कई हादसों का कारण

जिले में कई बार ऐसा देखा गया है कि छात्र आपस में मस्ती या चैलेंज के नाम पर जोखिम उठाते हैं और अनजाने में तेज धाराओं वाले स्थानों पर उतर जाते हैं। हादसे के वक्त न तो साथी कुछ कर पाते हैं और न ही कोई त्वरित उपाय सूझता है।

जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए चेतावनी बोर्डों को भी अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।


सुरक्षा और सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय

पर्यटकों को चाहिए कि:

  • पानी में न उतरें, चाहे आपको तैरना ही क्यों न आता हो।
  • शराब का सेवन न करें और न ही किसी नशे की हालत में जलप्रपात या चट्टानों के पास जाएं।
  • फिसलन भरे इलाकों में बच्चों को न जाने दें और हमेशा सतर्क रहें।
  • पिकनिक के दौरान रस्सी, टॉर्च और प्राथमिक चिकित्सा किट जैसे उपकरण साथ रखें।
  • कोशिश करें कि दिन के उजाले में पिकनिक मनाएं और अंधेरा होने से पहले वापस लौटें
  • पर्यावरण को स्वच्छ रखें और कचरा फैलाने से बचें।