रायपुर, 22 जुलाई 2025 –
शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस ने राज्यभर में आक्रामक रुख अपना लिया है। सोमवार को रायपुर में कांग्रेस नेताओं की एक अहम रणनीतिक बैठक के बाद पार्टी ने मंगलवार को राज्यव्यापी आर्थिक नाकेबंदी (चक्काजाम) का ऐलान किया। यह प्रदर्शन ईडी की कार्रवाई के विरोध और “राजनीतिक प्रतिशोध” के खिलाफ कांग्रेस की ताकत दिखाने के तौर पर देखा जा रहा है।
33 जिलों में चक्काजाम, रायपुर समेत प्रमुख शहरों में भारी जाम की आशंका
प्रदेश के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर संभाग के कई हिस्सों में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्काजाम किया जा रहा है।
- रायपुर में VIP रोड स्थित श्रीराम मंदिर चौक, धनेली, और धरसींवा में नेशनल हाईवे बाधित रहेगा।
- बिलासपुर में पेंड्रीडीह बाईपास और सरकी फ्लाईओवर के नीचे यातायात रोका गया है।
- जगदलपुर के आमागुड़ा चौक में भी चक्काजाम किया गया।
हालांकि, स्कूल बसों और एम्बुलेंस को इस दौरान छूट दी गई है।
चैतन्य बघेल की ईडी रिमांड खत्म, कोर्ट में पेशी आज
शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किए गए चैतन्य बघेल की आज ईडी रिमांड की मियाद खत्म हो रही है। उन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले उन्हें पांच दिन की रिमांड पर भेजा गया था। ईडी की पूछताछ के बाद राज्य में सत्ता के गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
कांग्रेस का आरोप: ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए
इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है। रायपुर में हुए प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता सड़कों पर उतरे।
भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:
“अब तुम्हारे हवाले ये लड़ाई साथियों… यह लड़ाई व्यक्तिगत नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की आत्मा को बचाने की है।”
भाजपा का पलटवार: ‘घोटालेबाजों की पैरवी’
वहीं रायपुर के भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा,
“जब सत्ता में थे, तब प्रदेश को लूटा, अब जब जांच हो रही है, तो चक्काजाम कर रहे हैं। जनता अब सब जान चुकी है। जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा।”
ईडी के अनुसार, शराब घोटाले में करोड़ों रुपये के लेन-देन के सबूत मिले हैं, और इस कड़ी में कई अधिकारी और नेता जांच के घेरे में हैं।
