रायपुर, 19 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा शुक्रवार को की गई छापेमारी के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। यह कार्रवाई धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़ी एक शराब घोटाले की जांच के तहत की गई, जिसमें बघेल के बेटे चैतन्य बघेल का नाम सामने आया है।
ईडी की टीम ने दुर्ग जिले के भिलाई स्थित बघेल परिवार के आवास पर सुबह से ही कार्रवाई शुरू की। बताया गया कि यह छापेमारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के अंतर्गत नए साक्ष्यों के आधार पर की गई है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “केंद्र सरकार की एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन मुझे देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और मैं जांच एजेंसियों के साथ पूर्ण सहयोग करूंगा।”
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में कोयला, शराब और भर्ती घोटालों को लेकर ईडी ने कई छापेमारी की कार्रवाई की है, जिन्हें कांग्रेस ने राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई आगामी चुनावों से पहले विपक्ष को दबाव में लाने की रणनीति हो सकती है। हालांकि, ईडी के अधिकारी अभी इस मामले में औपचारिक बयान देने से बच रहे हैं।
भूपेश बघेल और उनके समर्थकों का कहना है कि जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।
