रायपुर, 19 जुलाई 2025: छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को अब मिलेगा आधुनिक विज्ञान और तकनीक का साथ। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता शूटर अभिनव बिंद्रा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर राज्य में ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन, स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी और स्पोर्ट्स साइंस डेवलपमेंट कार्यक्रम प्रारंभ करने पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने इस पहल को छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के भविष्य को निखारने की दिशा में एक “क्रांतिकारी कदम” बताया और अभिनव बिंद्रा का पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।
🔍 अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन की योजना:
- ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन: स्कूली बच्चों को सम्मान, उत्कृष्टता और मैत्री जैसे मूल्यों की शिक्षा दी जाएगी।
- स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी: खिलाड़ियों को निःशुल्क सर्जरी, पुनर्वास और उपचार की सुविधा दी जाएगी। इस कार्य में देशभर के 30 विशेषज्ञ डॉक्टरों का नेटवर्क शामिल होगा।
- स्पोर्ट्स साइंस प्रोग्राम: वैज्ञानिक तरीकों से खिलाड़ियों की क्षमता का आकलन कर नवीनतम तकनीकों से उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।
🌟 मुख्यमंत्री का बयान:
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा, विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों के खिलाड़ी, नैसर्गिक खेल प्रतिभा से भरपूर हैं। उन्होंने कोरवा जनजाति का उदाहरण देते हुए बताया कि तीरंदाजी उनके स्वाभाविक कौशल का हिस्सा है।
राज्य सरकार ने इस कौशल को संवारने के लिए:
- 60 करोड़ रुपये की लागत से रायपुर और जशपुर में आर्चरी अकादमी स्थापित करने की योजना बनाई है।
- बस्तर ओलंपिक में 1.65 लाख खिलाड़ियों ने भाग लेकर राज्य की खेल संस्कृति को जीवंत कर दिया।
- राज्य सरकार द्वारा ओलंपिक पदक विजेताओं को प्रोत्साहन राशि देने का भी ऐलान किया गया है:
- स्वर्ण पदक: ₹3 करोड़
- रजत पदक: ₹2 करोड़
- कांस्य पदक: ₹1 करोड़
🤝 भविष्य की दिशा:
मुख्यमंत्री ने अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन के कार्यक्रमों को छत्तीसगढ़ में लागू करने की योजना की सराहना की और पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। इस पहल से राज्य के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएं मिल सकेंगी।
इस अवसर पर खेल मंत्री टंकराम वर्मा, युवा आयोग अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, खेल सचिव यशवंत कुमार, संचालक तनुजा सलाम, और डॉ. दिगपाल राणावत सहित कई गणमान्यजन उपस्थित थे।
