अहमदाबाद, 19 जुलाई 2025:
अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) की चेयरपर्सन जेनिफर होमेंडी ने कहा है कि 12 जून को हुए एयर इंडिया फ्लाइट 171 के भीषण हादसे पर अब तक की मीडिया रिपोर्ट्स “जल्दबाज़ी और अटकलों” पर आधारित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने से पहले किसी नतीजे पर पहुँचना अनुचित है।
इस हादसे में गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787-7 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले की प्राथमिक जांच रिपोर्ट हाल ही में भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी की गई है।
NTSB की चेतावनी: अटकलबाज़ी से बचें
NTSB ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी कर कहा:
“एयर इंडिया 171 हादसे पर हाल की मीडिया रिपोर्ट्स जल्दबाज़ी में दी गई और अनुमानात्मक हैं। इस स्तर की जांच में समय लगता है। हम AAIB की सार्वजनिक अपील का समर्थन करते हैं और जांच में पूर्ण सहयोग दे रहे हैं।”
क्या कहती है प्रारंभिक रिपोर्ट?
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार, विमान के उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद, दोनों ईंधन नियंत्रण स्विच “कटऑफ” मोड में चले गए, जिससे इंजन में ईंधन की आपूर्ति रुक गई। हालांकि 10 सेकंड बाद स्विच को फिर से चालू कर दिया गया, लेकिन तब तक विमान थ्रस्ट खो चुका था और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर में फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर, कैप्टन सुमीत सभरवाल से पूछते हैं कि “आपने ईंधन क्यों कट किया?” जिस पर कैप्टन जवाब देते हैं कि “उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
DGCA की कार्रवाई: सभी विमानों की जांच के आदेश
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद, भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने देश में संचालित सभी बोइंग 737 और 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल सिस्टम की जांच के आदेश दिए हैं ताकि संभावित तकनीकी खामी की संभावना को खारिज किया जा सके।
