नई दिल्ली, 19 जुलाई 2025:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत-पाकिस्तान के बीच मई में हुए सैन्य संघर्ष के दौरान पांच लड़ाकू विमान गिराए गए थे और यह तनाव अमेरिकी हस्तक्षेप के बाद खत्म हुआ। ट्रंप ने यह बयान शुक्रवार को वॉशिंगटन में रिपब्लिकन सीनेटरों के लिए आयोजित डिनर के दौरान दिया।
ट्रंप ने कहा,
“भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे। चार या पांच विमान हवा से गिराए गए थे। यह स्थिति और बिगड़ती जा रही थी, लेकिन हमने इसे सुलझा लिया—व्यापार के ज़रिये। हमने कहा कि अगर तुम हथियारों और शायद परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करोगे, तो हम कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे।”
भारत का खंडन: कोई अमेरिकी मध्यस्थता नहीं
भारत सरकार ने ट्रंप के दावे को पहले भी खारिज किया है और स्पष्ट किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम दोनों देशों की सैन्य वार्ता से संभव हुआ, न कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से।
7 मई को भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया था, जो पहलगाम आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में आतंकी ढांचों को निशाना बनाकर किया गया था। यह ऑपरेशन चार दिनों तक चला और 10 मई को दोनों देशों ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई।
TRF को अमेरिका ने घोषित किया विदेशी आतंकी संगठन
18 जुलाई को अमेरिका ने “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष वैश्विक आतंकी (SDGT) घोषित कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए TRF को लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट संगठन बताया, जिसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी।
ट्रंप का दावा: छह महीनों में आठ साल जितना काम
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल को लेकर गर्व जताते हुए कहा,
“हमने छह महीनों में वो काम किए जो दूसरे आठ सालों में नहीं कर सके। हमने कई युद्ध रोके—गंभीर युद्ध। भारत और पाकिस्तान का मामला भी इनमें से एक था।”
