संभाग आयुक्त ने दुर्ग के बेलौदी और नगपुरा गांवों का किया औचक निरीक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत व्यवस्था की ली समीक्षा

दुर्ग, 18 जुलाई 2025 – दुर्ग संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर ने आज दुर्ग विकासखंड के ग्राम बेलौदी और ग्राम नगपुरा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी और पंचायत व्यवस्था का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

निरीक्षण में दुर्ग एसडीएम श्री हरवंश सिंह मिरी भी उनके साथ मौजूद थे।


📚 बेलौदी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा

संभाग आयुक्त श्री राठौर ने कक्षा 9वीं, 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों से सीधे संवाद कर उनकी शैक्षणिक स्थिति और पाठ्यक्रम की समझ का आकलन किया। उन्होंने कक्षा 9वीं के छात्रों से 13 और 19 के पहाड़े भी सुने, लेकिन विद्यार्थियों की असहज प्रस्तुति पर नाराजगी जताई। उन्होंने विद्यालय प्राचार्य श्रीमती कुमुद सिंह को निर्देश दिया कि शिक्षक गंभीरता से और प्रभावी ढंग से अध्यापन करें।

इसके साथ ही, शिक्षकों की उपस्थिति पंजी की भी समीक्षा की गई और विद्यार्थियों को नियमित स्कूल आने, पाठ्यक्रम समझने और जरूरत पड़ने पर शिक्षकों से दोबारा समझाने की सलाह दी गई।


👶 बेलौदी आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण

श्री राठौर ने आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 01, बेलौदी का निरीक्षण कर बच्चों की उपस्थिति, पोषण आहार और पेयजल की व्यवस्था देखी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रोहिणी देशमुख और सहायिका श्रीमती सुमीन ठाकुर ने गतिविधियों की जानकारी दी। संभाग आयुक्त ने पोषक आहार और साफ-सुथरे पानी की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।


🏡 ग्राम नगपुरा पंचायत और स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन

ग्राम नगपुरा पंचायत कार्यालय में श्री राठौर ने रोकड़ बही पंजी की जांच की और स्वच्छता, जल संरक्षण और पौधारोपण जैसे अभियानों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। ग्रामीणों से संवाद के दौरान उन्होंने पेयजल संकट, श्मशान घाट की समस्या, आंवला बगीचे में अतिक्रमण, पावर ग्रिड भुगतान, और राशन वितरण जैसी समस्याएं सुनीं।

उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाएगा।


🏥 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण

संभाग आयुक्त ने स्वास्थ्य केंद्र के विभिन्न वार्ड, मेडिसिन कक्ष, और डॉक्टरों की ड्यूटी की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों और स्टाफ को निर्देशित किया कि मरीजों को उचित इलाज और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं