छत्तीसगढ़ विधानसभा में डीएपी खाद की कमी को लेकर हंगामा, 30 कांग्रेस विधायक एक दिन के लिए निलंबित

रायपुर, 17 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) खाद की आपूर्ति को लेकर जोरदार हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस विधायकों ने राज्य सरकार पर खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित न करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और सदन के भीतर प्रदर्शन किया। स्थिति बिगड़ने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस के 30 विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया।


प्रश्नकाल में उठा मुद्दा

प्रश्नकाल के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने डीएपी खाद की मांग और आपूर्ति को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि राज्य में डीएपी की क्या स्थिति है और क्या वर्तमान में इसकी कमी है?

इसके जवाब में कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 की खरीफ फसल के लिए छत्तीसगढ़ को 3,10,000 मीट्रिक टन डीएपी का लक्ष्य दिया था। अप्रैल से जून 2025 तक के लिए 2,19,100 मीट्रिक टन की आपूर्ति योजना केंद्र की ओर से बनाई गई, जिसमें से 30 जून तक केवल 1,08,155 मीट्रिक टन ही प्राप्त हुआ है।

मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में अब तक कुल 1,48,900 मीट्रिक टन डीएपी संग्रहित है, जिसमें रबी सीजन से बचा 40,746 मीट्रिक टन स्टॉक भी शामिल है। हालांकि उन्होंने माना कि जून 30 तक खरीफ सीजन के लक्ष्य के मुकाबले आपूर्ति में कमी रही है।


कांग्रेस का आरोप: निजी दुकानों में काला बाज़ारी

उमेश पटेल ने कहा कि सरकार की तरफ से अब तक आधा से भी कम डीएपी खाद की आपूर्ति हुई है और सहकारी समितियों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निजी दुकानदार डीएपी की काला बाज़ारी कर रहे हैं और अधिक दामों पर बेच रहे हैं।

कृषि मंत्री ने जानकारी दी कि उपलब्ध स्टॉक का 64% सहकारी समितियों को और 36% निजी विक्रेताओं को दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि नैनो डीएपी खाद को बढ़ावा दिया जा रहा है और 18,885 मीट्रिक टन अतिरिक्त खाद 20 जुलाई तक पहुंचने की उम्मीद है। उमेश पटेल के निर्वाचन क्षेत्र खरसिया में उसी दिन 718 मीट्रिक टन खाद आने की बात भी उन्होंने कही।


सदन में हंगामा और निलंबन

कांग्रेस विधायक सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और सदन के वेल में उतरकर नारेबाजी शुरू कर दी। अध्यक्ष ने पहले 5 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की, लेकिन हंगामा थमता नहीं देख 30 कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विपक्ष के नेता चरणदास महंत भी शामिल हैं।

विधायकों के बाहर न जाने पर विधानसभा अध्यक्ष ने फिर से सदन स्थगित कर दिया और बाद में अपने बयान में कहा कि निलंबित विधायकों का व्यवहार अत्यंत दुखद था क्योंकि उन्होंने बार-बार अनुरोध के बावजूद वेल नहीं छोड़ा।


📌 निष्कर्ष

राज्य में डीएपी खाद की कमी और वितरण में असमानता को लेकर कांग्रेस का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। किसानों को समय पर खाद मिलना सुनिश्चित करना अब राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है।