नई दिल्ली, 16 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिलाने के लिए सांसद बृजमोहन अग्रवाल द्वारा किए जा रहे प्रयास अब तेज़ हो गए हैं। मंगलवार को अपने दिल्ली प्रवास के दौरान सांसद अग्रवाल ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से मुलाकात कर इस विषय पर विस्तृत चर्चा की।
🛫 रायपुर को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने की मांग
बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री नायडू से आग्रह किया कि छत्तीसगढ़ स्थापना की रजत जयंती 1 नवंबर 2025 से पहले रायपुर एयरपोर्ट को “अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट” का दर्जा प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के आर्थिक और औद्योगिक विकास को नया आयाम देगा।
🛬 रायपुर एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ाने और नया टर्मिनल बनाने का अनुरोध
सांसद ने रायपुर एयरपोर्ट की वर्तमान यात्री भार क्षमता को देखते हुए यहां नया टर्मिनल बनाए जाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर विस्तार की आवश्यकता पर भी बल दिया।
साथ ही, अंतरराष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल शुरू करने की भी मांग रखी, जिससे निर्यात-आयात गतिविधियों में तेजी आएगी।
🛩️ नंदनी एयरपोर्ट में फ्लाइंग स्कूल और हवाई कनेक्टिविटी पर फोकस
अग्रवाल ने भिलाई के नंदनी एयरपोर्ट को फ्लाइंग स्कूल के रूप में विकसित करने का सुझाव भी दिया, जिससे एविएशन शिक्षा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
उन्होंने रायपुर से बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर जैसे आंतरिक शहरों के लिए हवाई संपर्क बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
👨💼 मंत्री का सकारात्मक रुख
केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल के प्रस्तावों पर सकारात्मक रुख दिखाया और कहा कि वे जल्द ही इस दिशा में ठोस निर्णय लेंगे।
🤝 साथ रहे एविएशन गुरु
मुलाकात के दौरान रायपुर एयरपोर्ट सलाहकार समिति के सदस्य और एविएशन विशेषज्ञ डॉ. सुमीत सुशीलन भी उपस्थित रहे, जिन्होंने तकनीकी और प्रायोगिक दृष्टिकोण से प्रस्तावों को मजबूत आधार दिया।
निष्कर्ष:
अगर रायपुर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिलता है, तो यह न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूर्वी और मध्य भारत के लिए भी एक बड़ा एयर कनेक्टिविटी हब बन सकता है। इससे पर्यटन, उद्योग, कारोबार और रोजगार सभी क्षेत्रों में जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा।
