रायपुर, 16 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ में अवैध घुसपैठ के खिलाफ पहली बड़ी और सख्त कार्रवाई की गई है। राज्य के विभिन्न जिलों में पकड़े गए 30 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को मंगलवार सुबह विशेष विमान से असम भेजा गया, जहां उन्हें BSF (सीमा सुरक्षा बल) को सौंप दिया गया। जांच पूरी होने के बाद इन्हें बांग्लादेश डिपोर्ट किया जाएगा।
कैसे हुई कार्रवाई?
मंगलवार सुबह 11:15 बजे रायपुर एयरपोर्ट पर सेना का विशेष विमान पहुंचा, जिसमें BSF के अधिकारी और देश के अन्य राज्यों से पकड़े गए कुछ बांग्लादेशी भी सवार थे। रायपुर पुलिस ने राज्य के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और महासमुंद जैसे शहरों से पकड़े गए 30 बांग्लादेशियों को विमान में चढ़ाया। सुरक्षा की दृष्टि से इन सभी को भारी पुलिस बल की निगरानी में एयरपोर्ट तक लाया गया।
BSF करेगी पूछताछ, फिर होगा डिपोर्टेशन
असम पहुंचने के बाद इन सभी को BSF के अधिकारियों को सौंप दिया गया। BSF इनसे पूछताछ कर इनके दस्तावेजों और पहचान की पुष्टि करेगी, जिसके बाद भारत-बांग्लादेश के राजनयिक समन्वय से इन्हें बांग्लादेश भेजा जाएगा।
क्या बोले अधिकारी?
रायपुर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये सभी लोग बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे, और कुछ ने फर्जी आधार और राशन कार्ड भी बनवा लिए थे। कई लोग घरेलू कामगार, निर्माण मजदूर और फेरीवाले के रूप में काम कर रहे थे।
सरकार की सख्ती के संकेत
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और जनसंख्या संतुलन के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहले ही संकेत दे चुके हैं कि छत्तीसगढ़ में अवैध घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें निष्कासित किया जाएगा।
निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ में हुई यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है। अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर यहां बसने वाले लोगों पर लगाम लगाने के लिए इस तरह की सख्त कार्रवाई अन्य राज्यों के लिए भी नज़ीर बन सकती है। अब देखना होगा कि आगे इस दिशा में कितनी निरंतरता और व्यापकता दिखाई जाती है।
