दुर्ग संभाग में खरीफ तैयारी, शिक्षा व्यवस्था और जल प्रबंधन की समीक्षा, संभाग आयुक्त ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश

दुर्ग, 15 जुलाई 2025:
संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर ने आज संभागीय कार्यालय के सभाकक्ष में संभाग स्तरीय अधिकारियों की समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने कृषि, शिक्षा, निर्माण, जल प्रबंधन और कानून व्यवस्था सहित विभिन्न क्षेत्रों की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।

खाद एवं खरीफ बीज का भंडारण और वितरण संतोषजनक

संभाग आयुक्त ने खरीफ सीजन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए खाद और बीज की उपलब्धता की जानकारी ली। संयुक्त संचालक कृषि ने बताया कि संभाग की 533 सहकारी समितियों में 339638 टन उर्वरक का भंडारण किया गया था, जिसमें से 312335 टन उर्वरक किसानों को वितरित किया जा चुका है। इसी तरह, 522 समितियों में 109970.8 क्विंटल खरीफ बीज का भंडारण किया गया था, जिसमें से 107031.8 क्विंटल बीज वितरण हो चुका है।

कृषि विभाग द्वारा किसानों को डीएपी के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया तथा यूरिया एवं सुपर फास्फेट मिश्रण को उपयोग में लाने की सलाह दी जा रही है।

मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के निर्देश

पहाड़ी क्षेत्रों की कृषि संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए संभाग आयुक्त ने मोटे अनाज (Millets) की खेती को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया और किसानों को जागरूक करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

स्कूलों में पाठ्यपुस्तकें और अनुशासन पर विशेष ध्यान

संभाग आयुक्त ने संभाग के स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता और शिक्षकों की उपस्थिति की समीक्षा की। संयुक्त संचालक शिक्षा ने अवगत कराया कि अब तक 90% स्कूलों में पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं

आयुक्त श्री राठौर ने विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार, अनुशासन बनाए रखने, और एडमिशन प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों के पास मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने हेतु एनसीसी, एनएसएस और पुलिस विभाग के सहयोग से जनजागरूकता अभियान चलाने की बात कही।

निर्माण कार्यों की प्रगति पर नजर

संभाग आयुक्त ने सीसीएम चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़े निर्माण कार्यों की समीक्षा की और निर्धारित समय सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

जलभराव से बचाव और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग पर ज़ोर

बरसात के मौसम को देखते हुए उन्होंने नदी-नालों में बनाए गए एनीकट गेट खोलने के निर्देश दिए, जिससे जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। आवश्यकता पड़ने पर जल संसाधन विभाग द्वारा समय रहते गेट बंद करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

इसके अतिरिक्त, श्री राठौर ने जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए सभी शासकीय एवं निर्माणाधीन भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए।

बैठक में शामिल अधिकारी

बैठक में उपायुक्त, उप संचालक (वित्त) श्री पदुम यादव, तथा सभी विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।