रायपुर से 15 जुलाई को रवाना होगी श्रीरामलला दर्शन विशेष ट्रेन, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय दिखाएंगे हरी झंडी

रायपुर, 14 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष में प्रदेशवासियों को श्रीरामलला के अयोध्या दर्शन का सौभाग्य दिलाने के उद्देश्य से शुरू की गई “श्री रामलला दर्शन योजना” आम जनमानस की आस्था से गहराई से जुड़ती जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष पहल पर वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली विशेष ट्रेन 15 जुलाई 2025 को रायपुर रेलवे स्टेशन से अयोध्या धाम के लिए रवाना होगी।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस विशेष दर्शन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन रायपुर संभाग के श्रद्धालुओं को लेकर रवाना होगी। इस अवसर पर मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा, प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य, रेलवे और IRCTC के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहेंगे।


धार्मिक आस्था से जुड़ी ऐतिहासिक पहल

इस योजना की शुरुआत 23 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू के माध्यम से की गई थी। इसका उद्देश्य है:
👉 प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को जीवन में एक बार श्रीरामलला के दर्शन का अवसर देना।


पिछली विशेष ट्रेनों का क्रम और उत्साह

अब तक विभिन्न संभागों से विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया है:

  • 5 मार्च 2024: रायपुर संभाग से पहली विशेष ट्रेन को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने रवाना किया
  • 11 मार्च 2024: बिलासपुर संभाग की ट्रेन को उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने हरी झंडी दिखाई
  • 19 जून 2024: सरगुजा संभाग की ट्रेन को सांसद श्री चिंतामणि महाराज ने रवाना किया
  • 26 जून 2024: दुर्ग एवं बस्तर (संयुक्त) संभाग की विशेष ट्रेन 850 श्रद्धालुओं के साथ रवाना हुई

इन सभी यात्राओं में श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह और गहन धार्मिक आस्था देखने को मिली। मीडिया, जिला प्रशासन, IRCTC और पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।


अब तक 22,100 श्रद्धालुओं को मिल चुका है दर्शन का सौभाग्य

विगत वित्तीय वर्ष के अंतर्गत लगभग 22,100 श्रद्धालुओं को श्रीरामलला के दर्शन का अवसर प्राप्त हो चुका है। योजना के तहत साप्ताहिक विशेष ट्रेनें निरंतर रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा और दुर्ग-बस्तर संभागों से अयोध्या धाम के लिए भेजी जाती रहेंगी।


सांस्कृतिक चेतना को मिल रहा नया आयाम

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की यह ऐतिहासिक पहल न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को भी राष्ट्रीय स्तर पर गौरवपूर्ण पहचान दिला रही है। श्रीरामलला दर्शन योजना के माध्यम से राज्य में धार्मिक पर्यटन, सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक चेतना को नई ऊर्जा मिल रही है।


निष्कर्ष

15 जुलाई 2025 को रवाना हो रही यह विशेष ट्रेन आस्था, श्रद्धा और सांस्कृतिक एकता की मिसाल होगी। श्री रामलला दर्शन योजना छत्तीसगढ़ को धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर एक नए मुकाम पर ले जाने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।