14 जुलाई 2025, रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के टिकरापारा इलाके में लंबे समय से रह रहे 10 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अब इन्हें सीमा पार भेजने (डिपोर्ट करने) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। खास बात यह है कि यह पहला मौका है जब छत्तीसगढ़ पुलिस सीधे इन्हें बॉर्डर तक लेकर जाएगी, जहां बीएसएफ (BSF) उन्हें बांग्लादेश प्रशासन को सौंपेगी।
इस कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार से राज्य को अनुमति मिल चुकी है। रायपुर पुलिस अब इन सभी को 16 से 20 जुलाई के बीच बॉर्डर पर पहुंचाकर डिपोर्ट करेगी।
टिकरापारा से पकड़े गए सभी 10 बांग्लादेशी
पुलिस द्वारा हाल ही में अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान टिकरापारा क्षेत्र से ये 10 लोग पकड़े गए थे।
- सभी लोग लंबे समय से रायपुर में अवैध रूप से रह रहे थे।
- पुलिस जांच में पाया गया कि इनके पास कोई वैध दस्तावेज या वीजा नहीं था।
डिपोर्टेशन की प्रक्रिया: ट्रेन से हावड़ा, फिर असम, फिर सीमा पार
डिपोर्टेशन की योजना के तहत:
- पहले इन सभी को ट्रेन से पश्चिम बंगाल के हावड़ा ले जाया जाएगा।
- फिर वहां से असम बॉर्डर पर ले जाया जाएगा।
- वहां इन्हें बीएसएफ (BSF) को सौंपा जाएगा, जो इन्हें बांग्लादेश प्रशासन के हवाले करेगी।
इस पूरी कार्रवाई के लिए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा दृष्टिकोण से विस्तृत योजना बनानी शुरू कर दी है।
अन्य जिलों से भी डिपोर्टेशन की तैयारी
- दुर्ग, राजनांदगांव और रायगढ़ में भी अवैध बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए हैं।
- इन जिलों में भी पुलिस ने इन्हें भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
- राजेश देवांगन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया जा रहा है, जो इन बांग्लादेशियों को सुरक्षित तरीके से सीमा तक पहुंचाएगी।
राज्य में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई
यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ पुलिस सीधे बांग्लादेशी नागरिकों को बॉर्डर तक ले जाकर डिपोर्ट कर रही है। इससे पहले राज्य में पकड़े गए अवैध विदेशी नागरिकों के मामलों को केंद्र के माध्यम से निपटाया जाता था।
रायपुर पुलिस ने इसे “सख्त निगरानी और राष्ट्रीय सुरक्षा” से जुड़ा विषय बताया है और कहा है कि भविष्य में भी ऐसे अभियानों को तेज किया जाएगा।
