बीजापुर, 14 जुलाई 2025: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में रविवार शाम को एक प्रेशर IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट में एक किशोरी सहित तीन ग्रामीण घायल हो गए। यह विस्फोट नक्सलियों द्वारा जंगल में लगाए गए IED के कारण हुआ।
घटना की जानकारी सोमवार को पुलिस द्वारा दी गई। घायल व्यक्तियों की पहचान चिड़ेम कन्हैया (24), कोरसे संतोष (26) और कविता कूडियम (16) के रूप में की गई है, जो मड्डेड थाना क्षेत्र के अंतर्गत ढंगोल गांव के निवासी हैं।
जंगल में मशरूम बीनने गए थे ग्रामीण
पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब ये तीनों व्यक्ति रविवार शाम को पास के जंगल में मशरूम इकट्ठा करने गए थे। जंगल में चलते समय वे अनजाने में प्रेशर IED पर पैर रख बैठे, जिससे तेज धमाका हुआ और उनके पैरों और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं।
घायलों को तुरंत बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
नक्सली रणनीति का हिस्सा बन रहे हैं ग्रामीण
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग, जिसमें बीजापुर जिला शामिल है, नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है। नक्सली अक्सर जंगलों में कच्चे रास्तों पर IED बिछा देते हैं ताकि सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाया जा सके।
लेकिन कई बार इन विस्फोटकों का शिकार आम नागरिक भी बन जाते हैं, जो जंगलों में लकड़ी, फल या मशरूम इकट्ठा करने जाते हैं।
बीते वर्षों में भी हुए हैं ऐसे हादसे
यह पहली बार नहीं है जब किसी ग्रामीण को नक्सली विस्फोट का शिकार होना पड़ा हो। इससे पहले भी बस्तर क्षेत्र में दर्जनों नागरिक ऐसी घटनाओं में जान गंवा चुके हैं या गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
पुलिस और सुरक्षा बल लगातार इस तरह की घटनाओं को रोकने और ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रहे हैं, लेकिन नक्सलियों की कुटिल रणनीति से सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती मिलती रहती है।
