बिलासपुर, छत्तीसगढ़ – 12 जुलाई 2025:
बिलासपुर की पारिवारिक अदालत में शुक्रवार, 10 जुलाई को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक महिला वकील लीना अग्रहरी ने अपने ही मुवक्किल सुमन ठाकुर और उसके परिजनों के साथ खुलेआम मारपीट की। यह घटना कोर्ट परिसर में हुई और इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है। हैरानी की बात यह है कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी, जिनमें महिला कर्मी भी शामिल थीं, मूकदर्शक बने रहे और कोई कार्रवाई नहीं की।
वकील ने बाल पकड़कर जमीन पर पटका
पीड़िता सुमन ठाकुर अपने पति के खिलाफ पारिवारिक विवाद में न्याय पाने कोर्ट पहुंची थीं। उनके साथ उनकी वृद्ध मां सावित्री देवी, जो हाल ही में हार्ट सर्जरी से गुज़री हैं, और भाई मुकुंद ठाकुर भी थे। सुमन का आरोप है कि वकील लीना अग्रहरी ने पहले केस की फीस ली, लेकिन बाद में केस लड़ने से इनकार कर दिया। जब उन्होंने इस पर सवाल उठाया तो वकील ने अपना आपा खो दिया।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लीना अग्रहरी ने सुमन को बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया और लगातार धक्के-मुक्के करती रहीं। जब सुमन की मां ने बचाव करने की कोशिश की तो उन्हें भी धक्का देकर गिरा दिया गया। यह सब कोर्ट परिसर में लोगों के सामने हुआ।
भाई ने किया वीडियो रिकॉर्ड, फोन छीनने की कोशिश
सुमन के भाई मुकुंद ठाकुर ने पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। वीडियो में वकील मुकुंद को भी पकड़ती हुई और उसका फोन छीनने की कोशिश करती दिखाई दे रही हैं।
पुलिस और अन्य वकील रहे निष्क्रिय
घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे और किसी ने भी मारपीट को रोकने का प्रयास नहीं किया। यहां तक कि कुछ अन्य वकीलों ने लीना अग्रहरी का पक्ष लेते हुए पीड़ित पक्ष पर ही दुर्व्यवहार के आरोप लगा दिए।
थाना प्रभारी का बयान और विवादास्पद समाधान
सिविल लाइंस थाना प्रभारी एस.आर. साहू ने पुष्टि की कि “महिला वकील और वादी पक्ष के बीच विवाद और मारपीट हुई थी। दोनों पक्षों से बात कर मामला सुलझा लिया गया है।” हालांकि, सोशल मीडिया और आम जनता में इस कथित समझौते को लेकर नाराजगी है, क्योंकि गंभीर मारपीट के बावजूद कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई।
अदालत परिसर में बढ़ रही हिंसा
यह पहली बार नहीं है जब बिलासपुर कोर्ट परिसर में वकीलों पर मारपीट के आरोप लगे हैं। इससे महज़ पांच दिन पहले टिफरा क्षेत्र की पारिवारिक अदालत में वकील कुंती पवार पर शिकायतकर्ता प्रिया द्विवेदी से मारपीट करने और पैसे लेकर भी जमानत अर्जी न लगाने का आरोप लगा था।
🔴 मामले की जांच और कार्रवाई की मांग
घटना के बाद से सोशल मीडिया पर लोग वकील लीना अग्रहरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। महिला अधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए न्याय की मांग की है।
अब देखना होगा कि क्या प्रशासन आरोपित वकील पर कड़ी कार्रवाई करता है या यह मामला भी समझौते की भेंट चढ़ जाएगा।
