भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष स्टेशन से वापसी से पहले पूरे किए अहम प्रयोग

नई दिल्ली, 11 जुलाई 2025:
अंतरिक्ष में भारत का गौरव बढ़ाते हुए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने Axiom Mission 4 (Ax-4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने अंतिम दिनों में महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोगों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
Ax-4 मिशन की स्पेसएक्स ड्रैगन “Grace” कैप्सूल से वापसी 14 जुलाई को सुबह 7:05 बजे ET (शाम 4:35 IST) पर निर्धारित है, जिसमें मौसम अनुकूल रहने की स्थिति में क्रू कैलिफोर्निया तट के पास पानी में उतरेगा।


🔬 ग्रुप कैप्टन शुक्ला के प्रमुख वैज्ञानिक प्रयोग

माइक्रोएल्गी (Microalgae) प्रयोग:
शुक्ला ने भविष्य के गहरे अंतरिक्ष मिशनों में उपयोगी माइक्रोएल्गी के नमूने स्टोरेज और डिप्लॉय किए। ये एल्गी ऑक्सीजन, भोजन और बायोफ्यूल का स्रोत बन सकती हैं और अंतरिक्ष में जीवन को टिकाऊ बनाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।

Voyager Displays अध्ययन:
यह अध्ययन आंखों की गति और समन्वय पर अंतरिक्ष यात्रा के प्रभाव को जांचता है। अंतरिक्ष यात्रियों के दीर्घकालिक स्वास्थ्य और मिशन डिजाइन के लिए यह अध्ययन बेहद उपयोगी माना जा रहा है।

ENPERCHAR अध्ययन:
यह प्रयोग जांचता है कि अंतरिक्ष यात्री पर्यावरण को कैसे महसूस करते हैं और उसके साथ कैसे बातचीत करते हैं। यह जानकारी लंबे अंतरिक्ष अभियानों के लिए मानसिक रूप से सहायक आवास तैयार करने में मदद करेगी।

Cerebral Blood Flow अध्ययन:
शून्य गुरुत्वाकर्षण और बढ़े हुए CO₂ के स्तर में मस्तिष्क और हृदय प्रणाली पर प्रभाव को मापा गया। यह अध्ययन ना केवल अंतरिक्ष यात्रियों, बल्कि पृथ्वी पर हृदय रोगियों के लिए भी सहायक हो सकता है।

Radiation Monitoring – Rad Nano Dosimeter:
एक कॉम्पैक्ट उपकरण के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों के लिए विकिरण सुरक्षा की निगरानी की गई। यह भविष्य के मिशनों में अंतरिक्ष विकिरण के खतरों से बचाव के लिए जरूरी आंकड़े प्रदान करता है।

Acquired Equivalence Test:
यह प्रयोग सीखने और अनुकूलन क्षमता को परखने के लिए किया गया। यह समझने में मदद करता है कि मानव मस्तिष्क अंतरिक्ष में कैसे काम करता है।

PhotonGrav अध्ययन:
इसमें मस्तिष्क की गतिविधि के डेटा को इकट्ठा किया गया ताकि न्यूरोएडैप्टिव टेक्नोलॉजी विकसित की जा सके, जो अंतरिक्ष के साथ-साथ चिकित्सा क्षेत्र में भी उपयोगी हो सकती हैं।


🛰️ मिशन की वापसी की तैयारी

Axiom Space के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय टीम जिसमें ग्रुप कैप्टन शुक्ला सहित चार सदस्य शामिल हैं, ISS के हार्मनी मॉड्यूल के फॉरवर्ड फेसिंग पोर्ट से डॉकिन्ग समाप्त करेंगे और SpaceX Dragon “Grace” कैप्सूल में लौटेंगे। मौसम की स्थिति अनुकूल रहने पर 14 जुलाई को स्प्लैशडाउन कैलिफोर्निया तट पर होगा।


🌏 अंतरिक्ष से पृथ्वी के लिए लाभ

Axiom Space ने कहा कि Ax-4 मिशन के सभी वैज्ञानिक प्रयोगों का उद्देश्य न केवल अंतरिक्ष अन्वेषण को नई ऊंचाई देना है, बल्कि पृथ्वी पर जीवन को बेहतर बनाना भी है।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का योगदान भारत के वैज्ञानिक और अंतरिक्ष अभियानों में नया कीर्तिमान स्थापित करता है।