रायगढ़ से शुरू हुई “रेडी टू ईट” योजना की नई पहल: महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपा गया पोषण आहार निर्माण कार्य

रायपुर, 10 जुलाई 2025:
छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को धरातल पर उतारते हुए “रेडी टू ईट” योजना के निर्माण एवं वितरण कार्य को पुनः महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपने की पहल रायगढ़ जिले से की है। अब रायगढ़ के सभी 2709 आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषण आहार का निर्माण और वितरण महिला समूहों द्वारा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में 10 महिला स्व-सहायता समूहों को रेडी टू ईट के अनुबंध पत्र सौंपे। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, रायगढ़ सांसद श्री राधेश्याम राठिया, राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, महापौर श्री जीवर्धन चौहान और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

🔹 योजना के प्रमुख बिंदु:

  • रेडी टू ईट योजना के पहले चरण में 6 जिलों को शामिल किया गया है।
  • रायगढ़ पहला जिला बना जहां महिला समूहों को कार्य का अधिकार सौंपा गया।
  • यह योजना महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस पहल है।
  • योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार मिलेगा, और बच्चों को पौष्टिक आहार मिलेगा।
  • महिला समूहों को यूनिट स्थापना के लिए PMFME योजना के अंतर्गत पूंजीगत सब्सिडी भी मिलेगी।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि “रेडी टू ईट योजना केवल एक पोषण कार्यक्रम नहीं बल्कि महिलाओं के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता और गरिमा का मार्ग है।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री की कई गारंटियों को सफलतापूर्वक लागू किया गया है जैसे:

  • प्रधानमंत्री आवास योजना,
  • धान खरीदी ₹3100 प्रति क्विंटल,
  • महतारी वंदन योजना,
  • चरण पादुका योजना,
  • रामलला दर्शन योजना आदि।

🏡 ग्रामीण विकास के लिए डिजिटल सेवाएं:

मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल डिजिटल सेवा केंद्रों के माध्यम से 1460 पंचायतों में बैंकिंग सेवाएं शुरू की गई हैं, जिससे हजारों महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।

वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि यह योजना “3 करोड़ लखपति दीदी” बनाने के राष्ट्रीय लक्ष्य की दिशा में छत्तीसगढ़ का योगदान है। उन्होंने सभी महिला समूहों से गुणवत्तापूर्ण कार्य करने का आग्रह किया ताकि यह योजना आदर्श मॉडल के रूप में उभरे।

📍 योजना से जुड़े क्षेत्र:

रायगढ़ शहरी, रायगढ़ ग्रामीण, पुसौर, खरसिया, घरघोड़ा, तमनार, लैलूंगा, मुकड़ेगा, धरमजयगढ़ और कापू की आंगनबाड़ी परियोजनाएं शामिल।