रायपुर, 10 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई सामने आई है। आबकारी विभाग ने एक साथ 22 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। इन सभी अधिकारियों पर जिला आबकारी अधिकारी के पद पर रहते हुए कमीशन खोरी और अनियमितता के गंभीर आरोप हैं। यह कार्रवाई आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
✅ 3200 करोड़ रुपये का है मामला
छत्तीसगढ़ में सामने आया यह शराब घोटाला करीब ₹3200 करोड़ का है। EOW और ACB की संयुक्त जांच में इस घोटाले की परतें खुलती गईं और इसके बाद विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए 22 अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।
✅ 2300 पन्नों का चालान हुआ पेश
EOW ने विशेष न्यायालय में 29 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ 2300 पन्नों का विस्तृत चालान दाखिल किया था। इस चालान में जिन अधिकारियों के नाम सामने आए हैं, उन्हीं के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
✅ निलंबित अधिकारियों के नाम
सस्पेंड किए गए अधिकारियों में शामिल हैं:
अनिमेश नेताम, अरविंद कुमार पाटले, नीतू नोतानी, नोहर सिंह, विजय सेन शर्मा, मोहित कुमार जायसवाल, गरीबपाल सिंह, इकबाल अहमद खान, जनार्दन सिंह कौरव, नितिन कुमार खंडूजा।
✅ इन पर भी हुई कार्रवाई:
इसके अलावा जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उनके नाम हैं:
प्रमोद कुमार नेताम, विकास कुमार गोस्वामी, नवीन प्रताप सिंह तोमर, राजेश जायसवाल, मंजू कसेर, दिनकर वासनिक, आशीष कोसम, सौरभ वख्शी, प्रकाश पाल, रामकृष्ण मिश्रा, अलेख राम सिदार, और सोनल नेताम।
इस कार्रवाई के बाद न सिर्फ आबकारी विभाग बल्कि पूरे प्रदेश के प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी नामों का खुलासा हो सकता है।
