बलौदा बाजार, 10 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले को नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल पाम (National Mission on Edible Oil Palm) के तहत चयनित किया गया है। इस मिशन के तहत जिले में 500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में ऑयल पाम की खेती कराई जाएगी। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की दिशा में बुधवार को जिला पंचायत सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में उद्यानिकी और कृषि विभाग के अधिकारी, वैज्ञानिक और बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। किसानों को ऑयल पाम की खेती से होने वाले लाभ, लागत, सरकारी अनुदान, और रखरखाव की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।
✅ प्रियूनिक एशिया प्राइवेट लिमिटेड को मिला है जिम्मा
इस योजना के अंतर्गत जिले में कार्यान्वयन की जिम्मेदारी Priunik Asia Pvt. Ltd. को सौंपी गई है। अधिकारियों ने बताया कि प्रति हेक्टेयर 143 पौधों की लागत के लिए सरकार द्वारा ₹29,000 तक का अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही, रखरखाव और उर्वरक के लिए भी अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, चार वर्षों बाद किसान 70,000 से लेकर ₹2.70 लाख तक की सालाना आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।
✅ किसानों ने साझा किए अनुभव
कार्यशाला में दुर्ग के किसान पन्ना लाल वर्मा ने बताया कि वे ऑयल पाम की खेती से ₹40,000 प्रति एकड़ मासिक कमा रहे हैं। वहीं, किसान घनश्याम सिंह लोधी ने बताया कि ऑयल पाम की खेती से उन्हें दीर्घकालिक आर्थिक लाभ मिल रहा है।
बलौदा बाजार के किसान सनत कुमार पटेल ने भी इस खेती को अपनाने की योजना साझा की।
यह मिशन राज्य में तेल उत्पादन को आत्मनिर्भर बनाने, किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने और कृषि नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
